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महादेव की उपासना से मिलेगा मोक्ष ! जानिए क्या है महाशिवरात्रि में पूजा का शुभ मुहूर्त और योग

आज देश भर में महाशिवरात्रि (Mahashivratri) की गूंज सुनाई दे रही है। भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित यह पर्व मनुष्य के लिए बहुत लाभकारी होता है। आज के दिन की पूजा का फल विशेष माना जाता है। चूंकि इस दिन भगवान शिव का विवाह माता पार्वती के साथ हुआ था। यही वजह है की इस दिन पति-पत्नी के जोड़े से पूजा करने से गृहस्थ जीवन में शांति की प्राप्ति होती है। इस बार महाशिवरात्रि (Mahashivratri) विशेष योग भी बन रहे हैं।

इन शुभ मुहूर्त में करें पूजा

Mahashivratri Special

आज के दिन महाशिवरात्रि (Mahashivratri) के पावन अवसर पर शिवभक्त व्रत रखें और शिव का अभिषेक करें। व्रत के साथ पूरे दिन “ओम नम: शिवाय” का जाप भी करें। इस वर्ष महाशिवरात्रि की शुरुआत चतुर्दशी तिथि 08 मार्च को रात 09 बजकर 47 मिनट से होगी, जिसका समापन 09 मार्च को शाम 06 बजकर 17 मिनट पर होगा।

जिसके चलते महाशिवरात्रि का त्योहार 08 मार्च, शुक्रवार को मनाया जाएगा। धर्म ग्रंथों के अनुसार महाशिवरात्रि पर भोलेनाथ की पूजा निशिता काल में करने का विधान होता है। इस बार शुक्रवार को महाशिवरात्रि का त्योहार है, और शुक्र प्रदोष भी है।

फाल्गुन की त्रयोदशी तिथि और महाशिवरात्रि की पूजा का निशिता मुहूर्त एक ही दिन है। ऐसे में इस बार एक व्रत से दोगुना लाभ प्राप्त किया जा सकता है। इसके साथ ही इस बार महाशिवरात्रि पर तीन विशेष योग भी बन रहे हैं। महाशिवरात्रि के दिन शिव, सिद्ध और सर्वार्थसिद्ध योग का निर्माण होगा। जिसमें पूजा का विशेष लाभ मिलेगा।

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ऐसे करें महाशिवरात्रि (Mahashivratri) की पूजा

Mahashivratri Special

भगवान शिव की पूजा के दौरान मंत्रों का जाप जरुर करें। शिव पार्वती की पूजा साथ में करें। अभिषेक के लिए गंगाजल, गन्ने के रस, कच्चे दूध, घी और दही का प्रयोग करें। फिर इसके बाद भगवान भोलेनाथ को बेलपत्र, भांग, धतूरा और बेर आदि अर्पित करें। अंत में शिव चालीसा और शिव आरती का पाठ करें।

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