हर साल यूनाइटेड नेशंस आर्गेनाइजेशन की ओर से जारी की जाने वाली ‘वर्ल्ड हैपिनेस इंडेक्स’ (World Happiness Index) रिपोर्ट जारी कर दी गयी है। इस रिपोर्ट में भी अमीरी और भौतिक सुविधाओं का आंकलन खुशी के रेफरेंस में नहीं किया जाता। UN की हाल में ही जारी हैपिनेस इंडेक्स रिपोर्ट (World Happiness Index) में, दुनिया के 146 देशों को शामिल किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया भर में हर क्षेत्र में महिलाएं, पुरुषों की तुलना में कम खुश हैं।
146 देशों की ग्लोबल हैप्पीनेस इंडेक्स (World Happiness Index) में भारत 126वें स्थान पर है। बुधवार को जारी इस इंडेक्स में फिनलैंड लगातार सातवीं बार शीर्ष पर है और हमास के साथ पांच महीनों से जारी युद्ध के बावजूद इजरायल इस इंडेक्स के सूची में पांचवें स्थान पर है।
लगातार सात साल से फ़िनलैंड है टॉप पर
माना जाता है कि नोर्टीक देशों में रहने वाले लोग अपेक्षाकृत ज्यादा खुशहाल होते हैं। और इसी बात को फ़िनलैंड साल दर साल साबित करता आ रहा है। फिनलैंड UNO की इस साल जारी हुयी वर्ल्ड हैपिनेस इंडेक्स’ (World Happiness Index) रिपोर्ट में एक बार फिर से टॉप पर है। फ़िनलैंड के बाद दूसरे नंबर पर डेनमार्क और तीसरे व चौथे पायदान पर क्रमशः आइसलैंड और स्वीडन का नंबर आता है। टॉप 5 में 4 नोर्टीक देशों के बाद 5वे पायदान पर इजराइल है।
कौन से स्थान पर रहा भारत?
यूनाइटेड नेशंस आर्गेनाइजेशन की ओर से जारी की जाने वाली ‘वर्ल्ड हैपिनेस इंडेक्स’ (World Happiness Index) रिपोर्ट में भारत 126वें स्थान पर है। जबकि इस सूची में चीन 60वें, नेपाल 93वें, पाकिस्तान 108वें, म्यांमार 118वें, श्रीलंका 128वें और बांग्लादेश 129वें स्थान पर है।
अमेरिका में घट रही खुशहाली
गौरतलब है कि कांगो, सिएरा लियोन, लेसोथो और लेबनान के बाद अफगानिस्तान को सबसे कम खुशहाल देश माना गया। संयुक्त राज्य अमेरिका भी इस रैंकिंग में पिछले साल के अपने 16वें स्थान से गिरकर 23वें स्थान पर आ गया। इस साल, कनाडा 15वें स्थान पर रहा, जबकि ब्रिटेन 20वें, जर्मनी 24वें और फ्रांस 27वें स्थान पर रहा। मध्य पूर्वी देशों में संयुक्त अरब अमीरात 22वें और सऊदी अरब 28वें स्थान पर रहा। एशियाई देशों में सिंगापुर 30वें स्थान पर रहा। जापान 50 पर और दक्षिण कोरिया 51 पर।