भारत की संस्कृति से जुड़ा परिधान “साड़ी” कैसे जुड़ा “कैंसर” से

भारत में एक नए कैंसर की पहचान हुई है। ये कैंसर सिर्फ महिलाओं को हो रहा है, जिसकी पहचान सबसे पहले बॉम्बे हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने की और इसे नाम दिया “साड़ी कैंसर”। साड़ी भारतीय महिलाओं में सबसे ज्यादा पहने जाने वाला परिधान है। ये परिधान भारत की संस्कृति और शालिनता का वर्णन करता है। तो आखिर क्या वजह है की साड़ी का नाम कैंसर से जुड़ गया? जानिए क्या है साड़ी कैंसर (Saree Cancer) और क्यों ये सिर्फ भारतीय महिलाओं पर ही अटैक कर रहा है ?

कैसे पहचान हुई इस कैंसर की 

साड़ी कैंसर (Saree Cancer) का नाम बॉम्बे हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने तब दिया था, जब वहां इससे संबंधित एक केस आया। जिसमें एक 68 वर्षीय महिला में इस कैंसर की पहचान की गई। ये महिला 13 वर्ष की उम्र से ही साड़ी पहन रही थी। लगातार साड़ी पहनने की वजह से इनकी कमर में एक काला निशान बन गया, जो जांच में पता चला की ये कैंसर है। तभी इसे नाम दिया गया “साड़ी कैंसर”।

कैसे अटैक करता है साड़ी कैंसर 

Saree Cancer

महिलाएं साड़ी के साथ पेटीकोट पहनती हैं, जो सूती नाड़े की सहायता से कमर को पकड़े रहता है। लगातार शरीर पर ये कसा होने की वजह से त्वाचा पर निशान बनाने लगता है। समय के साथ ये निशान काला पड़ जाता है, और फिर त्वचा के बहरी भाग से ये अंदरुनी धाव बनाने लगता है। ये अंदरुनी धाव कैंसर का रुप ले लेता हैं। यही वजह है की कमर पर होने वाला ये साड़ी कैंसर सिर्फ महिलाओं में भी मौजूद पाया गया है।

भारत में अधिकांश महिलाएं पूरा दिन पहनती हैं साड़ी 

भारत देश में अधिकांश महिलाएं मात्र साड़ी पहनती हैं। कुछ ऐसी भी महिलाएं है जो कम उम्र से ही इस वस्त्र को धारण कर रही हैं। ग्रामीण क्षेत्र में महिलाएं साड़ी पहनकर पूरा दिन काम करती हैं। जिस वजह से शरीर में गर्माहट बढ़ती है, ऐसे में शरीर के जिस क्षेत्र में कोई कपड़ा कस कर बंधा होता है, वो जगह धाव का रुप लेने लगती है।

एक रिचर्स में ये भी पाया गया की जो महिलाएं या पुरुष लंबे समय से टाइट जींस पहन रहे हैं। उन्हें भी स्किन से संबंधित बीमारी हो रही हैं। शरीर पर किसी भी तरह का कोई कसा हुआ कपड़ा एक ही जगह बंधाने से धाव, रैशस की समस्या होने लगती है। डॉक्टरों के अनुसार कपड़े शरीर ढकने के लिए होते हैं, ना की शरीर को नुकसान पहुंचाने के लिए। कपड़ों का चुनाव मौसम के अनुसार होना जरुरी है। इस का बात की भी विशेष ध्यान देना जरुरी है की कपड़े बॉडी को कसे ना, शरीर में गर्माहट पहले से मौजूद है। जब हम टाइट कपड़े पहनते हैं तो शरीर की गर्माहट और बढ़ती है और ये स्किन की प्रॉब्लम से कैंसर तक की समस्या बन जाती है।