ग्राहकों के आगे झुकी कंपनी, जानिए क्या करने वाली थी जोमैटो !

ऑनलाइन फूड डिलीवरी ऐप जोमैटो (Zomato) आए दिन नई-नई वजहों से चर्चा में रहता है। इस बार मुद्दा है, शाकाहारी ग्राहकों चलायी जा रही नई सुविधा। ये नई व्यवस्था सभी जगह लागू होती, उससे पहले ही लोगों ने विरोध करना शुरु कर दिया। जिसके बाद जौमैटो सीईओ को अपना निर्णय वापस लेने पड़ा। क्या है पूरा मामला बताते हैं..

प्योर वेज के लिए शुरु की थी मुहिम  

दरअसल मंगलवार 19 मार्च को जौमेटो के सीईओ दीपिंदर गोयल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक संदेश शेयर किया। जिसके अनुसार “प्योर वेज ग्राहकों को खाना देने वाले डिलीवरी पार्टनर हरे रंग की यूनिफॉर्म में पहनेंगे”। इस संदेश के वायरल होते ही खलबली मच गई। लोगों ने इसका कड़ा विरोध किया। जिससे परेशान हो जौमेटो (Zomato) के सीईओ ने अपना निर्णय वापस ले लिया।

कड़े विरोध के बाद वापस लेना पड़ा निर्णय 

Zomato

एक दिन पहले शेयर किए मैसेज के कड़े विरोध के बाद ऑनलाइन फूड डिलीवरी ऐप जोमैटे ने सब ठीक करने की कोशिश की है। Zomato Row ने साफ कर दिया है कि उनके सभी डिलीवरी पार्टनर लाल कपड़े पहनना जारी रखेंगे। नई सेवा के तहत शाकाहारियों को खाना पहुंचाने वालों के लिए हरे रंग की वर्दी स्टार्ट करने का अपने फैसला वापस ले लिया है।

ज़ोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल ने आज सुबह 20 मार्च को पोस्ट कर कहा, ” हम शाकाहारियों के लिए फ्लीट जारी रखने जा रहे हैं, हमने हरे रंग के कपड़ों के इस्तेमाल का फैसाला वापस ले लिया है। हमारे रेगुलर फ्लीट और वेजिटेरियन फ्लीट, दोनों ही लाल रंग के कपड़े पहनेंगे।

प्योर वेज के लिए अलग रंग के ड्रेस कोड

प्योर वेज के लिए अलग रंग के ड्रेस कोड फैसले को वापस लेने की वजह जोमैटो ने बतायी है। उनके अनुसार डिलीवरी पार्टनर्स में अंतर होने की स्थिती में उनके निशाने पर आने का डर था। इससे डिलीवरी पार्टनर्स और ग्राहक दोनों के लिए मुसीबत खड़ी हो सकती थी। जोमैटो के लिए उनके ग्राहक और डिलेवरी बॉय की सुरक्षा बहुत अहम है।