साल का पहला सूर्यग्रहण (Sun Eclipse) 8 अप्रैल को लगने जा रहा है। ये पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा जिसमें दिन में सूर्य दिखाई नहीं देगा। जिस वजह से दिन में ही अंधेरा हो जाएगा। ये सूर्य ग्रहण भारत में ये दिखाई नहीं देगा। जिस वजह से सूतक काल भी मान्य नहीं होगा। जानते हैं आगे किन-किन देशों में ये रहेगा मान्य और क्या है इसका समय…
साल का पहला सूर्य ग्रहण चैत्र अमावस्या पर
ज्यादातर सूर्य ग्रहण अमावस्या के दिन होते हैं, क्योंकि तब चंद्रमा पृथ्वी के करीब होता है। जबकि ये सूर्य ग्रहण (Sun Eclipse) चैत्र अमावस्या पर लगने जा रहा है। ऐसे में दोपहर में ही काला अंधेरा छा जाएगा और दिन में ही रात जैसा लगने लगेगा। यह सूर्य ग्रहण सबसे लंबा होगा। पृथ्वी पर लोगों को दिन में ही लंबे समय तक रात जैसा अद्भुत नजारा दिखेगा। नासा के अनुसार करीब 70 मिनट तक पूर्ण सूर्य ग्रहण लगेगा।
पूर्ण सूर्य ग्रहण का समय
साल का पहला सूर्य ग्रहण 8 और 9 अप्रैल की मध्य रात्रि लगेगा। जिसका समय है (भारतीय समय अनुसार) रात 10:08 बजे। जो रात 10:08 से देरा रात 1:25 बजे तक रहेगा। भारत में इस समय रात होगी, इसलिए यहां ये ग्रहण (Sun Eclipse) नहीं दिखाई देगा। हिंदू धर्म में सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले सूतक काल शुरू होता है। पर दिखाई ना देने की वजह से ग्रहण का भारत पर असर नहीं होगा इसलिए सूतक काल भी मान्य नहीं होगा।
इन देशों में दिखाई देगा पूर्ण ग्रहण
8 अप्रैल को लगने वाला पूर्ण सूर्य ग्रहण (Sun Eclipse) कनाडा, अमेरिका, मैक्सिको जैसे देशों में दिखाई देगा। इसके साथ ही रूबा,जमाइका, नॉर्वे, पनामा, बर्मुडा, करेबियन नीदरलैंड, पोर्तो रिको, सैंट मार्टिन, कोलंबिया, कोस्टारिका, वेनेजुएला, क्यूबा, स्पेन, द बहामास, यूनाइटेड किंग्डम, डोमिनिका, ग्रीनलैंड, आयरलैंड, आइसलैंड, निकारगुआ और रूस आदि 57 देशें में ग्रहण दिखाई देगा।
ग्रहण वैज्ञानिकों के लिए रिसर्च का सबसे अच्छा समय माना जाता है। वे कई अहम जानकारी इस दौरान एकत्रित करते हैं। साल के पहले सूर्य ग्रहण पर धरती के कई देशों में पूरी तरह दिन में ही अंधेरा हो जाएगा। जिन देशों में दिन में ही रात हो जाएगी, वहां स्कूल कॉलेज की छुट्टीयों की घोषणा की जा रही है।