भारत-मालदीव (maldivesboycott) विवाद के बीच खबर आ रही है कि भारत सरकार लक्षद्वीप में नया एयरपोर्ट बनाने की तैयारी कर रही है। इसे लक्षद्वीप के मिनिकॉय आइलैंड में बनाया जाएगा, जहां से फाइटर जेट्स, मिलिट्री ट्रांसपोर्ट प्लेन और कॉमर्शियल एयरक्राफ्ट ऑपरेट कर सकेंगे।
मिनिकॉय आइलैंड में नई एयरफील्ड बनाने का प्रस्ताव काफी समय पहले सरकार को भेजा गया था, लेकिन पिछले हफ्ते पीएम मोदी के लक्षद्वीप (maldivesboycott) दौरे के बाद इस प्रस्ताव को नए सिरे सरकार के सामने पेश किया गया है।
गौरतलब है कि लक्षद्वीप में अभी सिर्फ एक हवाई पट्टी है, जो अगाट्टी में स्थित है। यहां पर सिर्फ छोटे एयरक्राफ्ट ही लैंडिंग-टेकऑफ कर पाते हैं।
अरब और हिन्द महासागर में ऑपरेशंस कर सकेगी इंडियन एयरफोर्स
लक्षद्वीप (maldivesboycott) में एयरफील्ड बनाने का प्रस्ताव सबसे पहले इंडियन कोस्ट गार्ड ने सरकार के सामने पेश किया था। नए प्रस्ताव के मुताबिक, जो एयरफील्ड बनाई जाएगी वहां से सारे ऑपरेशंस को एयरफोर्स लीड करेगी। इस कदम से न सिर्फ लक्षद्वीप द्वीपसमूह में टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि एयरफील्ड डेवलप होने से अरब महासागर और हिंद महासागर क्षेत्र में भारत को अपनी निगरानी बढ़ाने में भी मदद मिलेगी।
36 द्वीपों का समूह है लक्षद्वीप (maldivesboycott)
लक्षद्वीप (maldivesboycott) भारत का केंद्र शासित प्रदेश है। ये 36 छोटे-छोटे द्वीपों का समूह है। केरल के कोच्चि से इनकी दूरी करीब 440 किमी है। यहां की कुल आबादी करीब 64 हजार है, जिसमें 96% मुस्लिम हैं। यहां प्रमुख रूप से मलयालम भाषा बोली जाती है। यहां मालदीव की ही तरह समुद्र किनारे सफेद रेत पायी जाती है। सफ़ेद रेट के ये समुद्री किनारे देखने में काफी सुंदर लगते हैं।
हर साल करीब 25 हजार पर्यटक लक्षद्वीप (maldivesboycott) घूमने जाते हैं। यहां कावारत्ती आईलैंड, लाइट हाउस, जेटी साइट, मस्जिद, अगाट्टी, कदमत, बंगारम, थिन्नाकारा प्रमुख घूमने की जगह हैं। अगाट्टी हवाई पट्टी तक कोच्चि से जाया जा सकता है। शिप से भी लक्षद्वीप जाया जा सकता है। मालदीव की ही तरह लक्षद्वीप में भी सफेद रेत के बीच हैं।