ईरान और इजरायल के बीच हालात बेहद गंभीर होते जा रहे हैं। ईरान ने आधी रात को इजरायल पर मिसाइल और ड्रोन अटैक किए है। ये युद्ध (Conflict) आने वाले समय में और भी ज्यादा गंभीर रुप ले सकता है। अमेरिका की खुफिया एजेंसियों ने पहले ही इस बारें में जानकारी दे दी थी। ईरानी खतरे को देखते हुए अमेरिका ने अपने युद्धपोतों को भी खाड़ी देशों में अलर्ट कर दिया है।
अमेरिका, इजरायल की मदद के लिए आगे आया
इस वक्त इजरायल के आसमान पर मिसाइले चल रही है, लोग अपने घरों में बंद है। संयुक्त राज्य अमेरिका ने ईरान से खतरों के खिलाफ इजरायल की रक्षा में मदद करने की कसम खाते हुए, इज़राइल की सुरक्षा के लिए अपने “आयरनक्लाड” समर्थन की पुष्टि की है। इज़राइल ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से ईरान के हमले (Conflict) की निंदा करने के लिए एक आपातकालीन बैठक बुलाने का अनुरोध किया है। इसके बाद ईरान ने अमेरिका को ही धमकी दी है कि वो इससे दूर रहे।
भारत ने जारी की एडवाइजरी, ना जाएं ईरान और इजरायल
इस युद्ध (Conflict) के खतरे को देखते हुए भारत ने भी ईरान और इजरायल में रह रहे या काम कर रहे अपने नागरिकों को अलर्ट किया है। जिसमें इन दोनों ही देशों में नहीं जाने के लिए एडवाइजरी जारी की है। विश्लेषकों का कहना है कि इजरायल में करीब 18 हजार और ईरान में 4 भारतीय रहते हैं और युद्ध के बीच इनको निकालना बहुत बड़ी चुनौती होगी।
फिलहाल ईरान के शुरु किए मिसाइल अटैक का जवाब देने के लिए इजरायल ने कमर कस ली है। दोनों देशों के बीच चल रहे इस युद्ध से मिडल ईस्ट क्षेत्र में एक बड़े संकट का खतरा पैदा हो गया है। अमेरिका की मदद से इजरायल की सेना काफी मदद मिलेगी।
अमेरिका ने इजरायल की मदद की कसम खाई, तो ईरान ने दी धमकी
एक तरफ व्हाइट हाउस की प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने एक संबंध में एक बयान भी दिया है। उन्होंने कहा “राष्ट्रपति बाइडेन स्पष्ट रहे हैं। इज़राइल की सुरक्षा के लिए हमारा समर्थन दृढ़ है। संयुक्त राज्य अमेरिका इज़राइल के लोगों के साथ खड़ा रहेगा और ईरान से इन खतरों (Conflict) के खिलाफ उनकी रक्षा का समर्थन करेगा।”
वहीं दूसरी तरफ प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन के बयान के बाद ईरान के रक्षा मंत्री ने चेतावनी दी है। जिसमें कहा गया है कि जो भी देश इज़राइल द्वारा ईरान पर हमलों के लिए अपना हवाई क्षेत्र या क्षेत्र खोलेगा, उसे “तेहरान की कड़ी प्रतिक्रिया” मिलेगी।