नाश्ते का राजा माना जाता है पोहा, इसके बिना ब्रेकफास्ट अधूरा सा ही लगता है। देश के कोने-कोने में इसे पसंद करने वाले लोग मिल जाते हैं। जो इसे अलग-अलग तरीके से बनाने पसंद करता है। रुप अलग ही हो जाए, पर पोहे को कोई भूलता नहीं है। सबसे पहले महाराष्ट्र में इसकी खोज हुई थी, जिसके बाद ये हर राज्य में खाया जाने लगा। जो डिफरेंट स्वाद में मिलने लगा, पर सबसे ज्यादा टेस्टी पोहा मध्यप्रदेश के इंदौर का माना जाता है। जिसे खाने के लिए लोग इंदौर पहुंच ही जाते हैं। पोहे की लोकप्रियता को देखते हुए हर साल 7 जून को विश्व पोहा दिवस मनाया जाता है। तो इतने स्वादिष्ट पोहे के बारे में ये भी जानना जरुरी है की इसे सभी पसंद तो करते हैं, पर क्या ये हमारे स्वास्थ्य के लिए भी उतना ही फायदेमंद है क्या? जितना हमारी जीभ के लिए बन गया है…
पोहा खाने वाले कभी इसे सिर्फ आलू के साथ पसंद करते हैं, तो कभी सिर्फ हरी मिर्च के साथ, तो कभी कई तरह के फ्रूट्स के साथ। अब बात करते हैं पोहे में क्या-क्या पोषण तत्व पाए जाते हैं। तो लगभग 194 ग्राम पोहे में 360 कैलोरी होती है, और 6 ग्राम वसा, सोडियम की मात्रा 446 मिली ग्राम, कार्बोहाइड्रेट 69 ग्राम, फाइबर 3 ग्राम, शुगर 2.5 ग्राम और प्रोटीन 6.8 ग्राम होता है। तो आप समझ ही गए होंगे की पोहा स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक नहीं है। बस जरुरी है की इसे एक सीमित मात्रा में खाया जाए।
पोहा वैसे बहुत ही साधारण तरीके से बनाया जाता है, जिसे बनाने में ज्यादा समय भी नहीं लगता है। पर कोशिश करें इसे कलर्स दें, मतलब इसमें कई और हेल्दी ड्रॉयफ्रूट्स, फ्रूट्स मिलाएं। कई सारे फल मिलाने से ये और भी ज्यादा हेल्दी बन जाता है। वैसे आपने देखा ही होगा, इंदौरी पोहे में अनारदाने और पीनट्स डाले जाते हैं। वैसे पोहा लाइट ही होता है, पर फूट्स मिलने से ये और भी लाइट हो जाता है।
पोहा पसंद करने वाले कई बार इसे जरुरत से ज्यादा खा लेते हैं, पर यहां ये समझना जरुरी है की कोई भी चीज जरुरत से ज्यादा खाना सेहत के लिए अच्छा नहीं होता है। जैसे पोहा अधिक खाने से एसिडिटी की प्रॉब्लम होती है। कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होने की वजह से ज्यादा पोहा खाने से मोटापा भी बढ़ता है। इसके अलावा इसमें शुगर भी अधिक होती है, जो ब्लड शुगर लेवल को भी बढ़ा सकता है। तो पोहा खाएं पर एक सीमित मात्रा में, और अपने पोहे के साथ चाय को इंज्वाय करना ना भूलें।