बॉलीवुड लिविंग लीजेंड वहीदा रहमान (Waheeda Rehman) को सिनेमा में उनके योगदान के लिए दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित किया जायेगा। 60 के दशक की फिल्म “प्यासा” से पहचान बनाने वाली वहीदा (Waheeda Rehman) का जन्म तमिलनाडु में हुआ। उन्होंने 1955 में तेलुगू फिल्मों से करियर की शुरुआत की। बाद में उन्होंने साल 1956 में फिल्म ‘सीआईडी’ से हिंदी सिनेमा में एक्टिंग शुरु की।
वहीदा रहमान को “दादा साहेब फाल्के पुररस्कार”
पद्मभूषण और पद्मश्री के बाद अब भारत सरकार वहीदा रहमान को फिर से सम्मानित करने जा रही है। इस बार उन्हें सिनेमा के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार “दादा साहेब फाल्के पुररस्कार” से सम्मानित किया जाएगा।
भारतीय सिनेमा में रहा है इनका (Waheeda Rehman) विशेष योगदान
वहीदा रहमान हिन्दी फिल्मों के साथ-साथ तेलुगु, तमिल और बंगाली फिल्मों में दिखाई दी है। रंगमंच और सिनेमा में अभिनय के क्षेत्र में रहा वहीदा रहमान का विशेष योगदान रहा है।
वहीदा रहमान को “दादा साहेब फाल्के पुररस्कार”
द एवरग्रीन एक्ट्रेस “वहीदा रहमान”
द एवरग्रीन एक्ट्रेस “वहीदा रहमान” ने 3 दशकों तक बॉलीवुड पर राज किया है। उन्होंने गाइड (1965) में अपनी भूमिका के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का फिल्मफेयर पुरस्कार जीता। इसके साथ ही उन्होंने नील कमल (1968) के लिये भी ये पुरस्कार जीता। रेशमा और शेरा (1971) के लिये वहीदा जी को राष्ट्रीय पुरस्कार भी दिया गया।
वहीदा की दमदार एक्टिंग और खूबसूरत अदाओं के दीवाने आज भी। कई सफल फिल्मों में उत्कृष्ट अभिनय के बावजूद उनकी अधिकतर फिल्में बॉक्स ऑफिस पर असफल रहीं।
एक नेशनल अवॉर्ड और दो फिल्मफेयर अवॉर्ड विजेता हैं वहीदा
बतौर मुख्य अभिनेत्री 90 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुकी वहीदा को फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड दिया जा चुका है। उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए दो फिल्मफेयर पुरस्कार भी मिल चुके हैं।
वहीदा रहमान को “दादा साहेब फाल्के पुररस्कार”
आज भी बॉलीवुड में एक्टिव हैं वहीदा रहमान
85 साल की हो चुकीं वहीदा रहमान आज भी बॉलीवुड में एक्टिव हैं। आज भी वह फिल्मों ने अपनी दमदार अदाकारी का लोहा मनवा रहीं हैं।