एलोन मस्क के ट्विटर (twitter) खरीदने के बाद से वो लगातार ट्विटर यूजर के लिए नियमों में बदलाव कर रहे हैं। इसी कड़ी में ट्विटर के मालिक एलन मस्क ने ट्वीटडेक के नियमों और पॉलिसी में बड़ा बदलाव किया है। नयी पॉलिसी के अनुसार अब ट्वीटडेक एक्सेस के लिए यूजर का वेरीफाई होना होगा। अभी तक कोई भी ट्वीटडेक का इस्तेमाल कर सकता था। ट्विटर का कहना है कि ट्वीटडेक की एक्सेस हासिल करने के लिए उपयोगकर्ताओं को खुद को वेरीफाई किया जाना चाहिए।
सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर ने सोमवार को एक ट्वीट में कहा कि ट्वीटडेक का उपयोग करने के लिए ट्विटर यूजर्स को जल्द ही खुद को सत्यापित करने की आवश्यकता होगी। ट्विटर ने कहा कि यह नियम 30 दिनों में लागू कर दिया जाएगा।
ट्विटर ने एक ट्वीट में नई सुविधाओं के साथ ट्वीटडेक के मॉडर्न वर्जन की डिटेल्स देते हुए घोषणा की। हालांकि,ट्विटर ने यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि ट्विटर ट्वीटडेक के नए और पुराने दोनों वर्जन के लिए यूजर से कोई चार्ज लेगा या नहीं। जबकि ट्वीटडेक के इस्तेमाल के लिए यूजर को वेरीफाई होने के लिए सब्सक्रिप्शन के तहत चार्ज देना होगा।
ट्विटर के रेवेन्यू में बढ़ोत्तरी
आपको बता दें कि ट्वीटडेक ट्विटर का एक ऐसा फीचर है जिसके जरिए सामग्री या कंटेंट की आसानी से निगरानी की सुविधा मिलती है। बड़ी कंपनियां और मीडिया संस्थान बड़े पैमाने पर ट्वीटडेक उपयोग करते हैं। ट्वीटडेक के वेरीफिकेशन अकाउंट से ट्विटर के रेवेन्यू में बढ़ोत्तरी की संभावना है।
मस्क ने यह कदम अपने उस बयान के कुछ ही दिन बाद आया है जिसमें कहा गया था कि सत्यापित और असत्यापित यूजर्स के पास डेटा स्क्रैपिंग और सिस्टम में हेरफेर से बचने के लिए प्रतिदिन ट्वीट पढ़ने संख्या सीमित करने का फैसला लिया गया था। इस नए नियम के तहत यूजर्स को अपने अकाउंट्स वेरीफाई करने के लिए हर महीने करीब 650 रुपये या 8 डॉलर का भुगतान करना होगा। वहीं, संगठनों को प्रति माह एक हज़ार डॉलर का भुगतान करना होगा।