ज्ञानवापी में ASI की जांच का आज छठा दिन, अब तक के सर्वे से याचिकाकर्ता संतुष्ट

हाईकोर्ट के आदेश से ज्ञानवापी (Gyanvapi) में सर्वे ज़ारी है। आज इस सर्वे का छठवां दिन है। रोजाना सुबह 8 बजे से पुरात्तव विभाग की टीम जांच स्थल पर मौजूद हो जाती है, और हर तरह की छोटी-बड़ी जानकारी एकत्रित करती है। वैसे तो ज्ञानवापी (Gyanvapi) पर विवाद लंबे समय से चल रहा है, पर इस बार की ये जांच 5 महिलाओं की लगाई याचिका के बाद शुरु हुई है। वाराणसी (Gyanvapi) की स्थानीय 5 महिलाओं ने मस्जिद के पास स्थित मंदिर में पूजा करने की मांग को लेकर कोर्ट में याचिका दायर की थी। जिसके बाद कोर्ट ने जांच के आदेश दिए।

क्या थी महिलाओं की मांग

जिन 5 महिलाओं ने कोर्ट में याचिका दायर की थी उन्होने ये मांग की थी की ज्ञानवापी (Gyanvapi) परिसर स्थित श्रृंगार गौरी के रोजाना दर्शन पूजन करने दी जाएं। इसी को लेकर कोर्ट ने जांच के आदेश का निर्णय सुनाया। कोर्ट के अनुसार न्याय के लिए जांच जरुरी है।

इलाहाबाद कोर्ट के आदेश पर जांच जारी

5 महिलाओं की याचिका पर सुनवाई हुई और इलाहाबाद कोर्ट ने ये आदेश सुनाया की जांच के बाद तय किया जाएगा। जिसके बाद से वाराणसी के ज्ञानवापी (Gyanvapi) परिसर में भारतीय पुरातत्‍व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम का सर्वे किया जा रहा है। 6 दिनों के इस सर्वे में याचिकाकर्ता महिलाएं भी मौजूद रहती हैं।

आज होगा तहखाने का सर्वे

पुरातत्व विभाग की टीम ज्ञानवापी परिसर में मापन, मैपिंग और फोटोग्राफी का काम कर रही है। ASI ने 42 सदस्यीय टीम को ज्ञानवापी के अलग-अलग हिस्सों में बांट रखा है जो पूरे परिसर का सर्वेक्षण कर रही है। आज मस्जिद के तीनों गुंबद और तहखाने की जांच होगी। तहखाने में ताला लगा है, जिसकी चाबी मस्जिद परिसर के पास ही है। ये तय हुआ है की जांच के बाद चाबी परिसर के पास ही रहेगी।

फैल रही अफवाहों पर ASI की नाराज़गी

Gyanvapi

कल भारतीय पुरातत्व विभाग की टीम ने शासकीय अधिवक्ता राजेश मिश्रा के सामने परिसर के बाहर फैल रही अफवाहों पर नाराज़गी जताई थी। उन्होंने प्रशासन से इन अफवाहों पर रोक लगाने को कहा है। ज्ञानवापी परिसर में बीते 6 दिनों से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। सावन महिने के चलते काशी विश्वनाथ में आने वाले श्रद्धालु की बड़ी भीड़ को संभालते हुए ये सर्वे जारी है। मंदिर और मस्जिद के हर मोढ़ पर पुलिस की कड़ी नज़र बनी हुई है। इसके साथ ही रहवासियों और आनेवाले श्रद्धालुओं से भी शांति बनाएं रखने की अपील की गई है। कोर्ट ने जांच के आदेश में ये पहले ही कह दिया था की मस्जिद की किसी भी जगह को नुकसान पहुंचाए बिना सर्वे किया जाएगा। जिसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है।