जम्मू कश्मीर के पुंछ इलाके में सेना के एक वाहन पर अज्ञात आतंकियों ने हमला (Terrorist Attack) कर दिया। हमले के बाद सेना के वाहन में आग लग गई और पांच जवान शहीद हो गए। सेना ने आधिकारिक बयान जारी कर घटना के बारे में जानकारी दी है। इसके मुताबिक यह पांचों जवान इस इलाके में आतंकी गतिविधियों की निगरानी के लिए तैनात किए गए थे। हमले में एक जवान घायल भी हुआ है। जिसका इलाज सेना के उधमपुर स्थित कमांड अस्पताल में चल रहा है।
अज्ञात आतंकियों ने दागा ग्रेनेड
भारतीय सेना की तरफ से जारी बयान में बताया गया है कि यह वाहन जम्मू कश्मीर के राजौरी सेक्टर में भीमबर गली और पुंछ के बीच था। इसी दौरान कुछ अज्ञात आतंकवादियों ने काफिले पर हमला (Terrorist Attack) बोल दिया। सेना के मुताबिक अनुमान है कि यह हमला ग्रेनेड से अंजाम दिया गया। इसके चलते आर्मी के वाहन में आग लग गई।
कब हुआ ये आतंकी हमला?
वायुसेना के काफिले पर यह हमला शाम करीब 6:15 बजे किया गया। यह हमला राजौरी सेक्टर में भीमबर गली और पुंछ के बीच उस समय किया गया, जब डैली रूटीन के बाद जवान बेस पर लौट रहे थे। तभी अचानक से आतंकियों ने वायुसेना के वहां पर ग्रेनेड से हमला कर दिया। आतंकी हमले में जो पांच जवान शहीद हुए हैं उसमे हवलदार मंदीप सिंह, लांस नायक देबाशीष बसवाल, लांस नायक कुलवंत सिंह, सिपाही हरकृष्ण सिंह और सिपाही सेवक सिंह शामिल हैं। ये जवान राष्ट्रीय राइफल यूनिट में तैनात थे और काउंटर टेररिस्ट ऑपरेशन में काम कर रहे थे।
सर्च ऑपरेशन जारी
सेना के बयान के मुताबिक इस इलाके में राष्ट्रीय राइफल यूनिट के पांच जवान आतंकी मूवमेंट पर नजर रखने के लिए तैनात किए गए थे। इस हमले में यह पांचों जवान शहीद हो गए। वहीं, एक अन्य जवान को गंभीर रूप से घायल स्थिति में राजौरी के आर्मी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। यहां पर उसका इलाज चल रहा है। वहीं हमले के तुरंत बाद ही राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट ने पूरे इलाके को घेर लिया है और हमला करने वाले आतंकियों की तलाश शुरू कर दी है।
PAFF ने हमले की जिम्मेदारी
वहीं इस हमले की जिम्मेदारी पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट (PAFF) ने ली है। आतंकियों ने सोशल मीडिया पर हमले वाली जगह की तस्वीरें भी जारी की, जिसमें M-4 राइफल के इस्तेमाल का दावा किया गया है। गौरतलब है कि इससे पहले इसी साल 12 जनवरी को जम्मू-कश्मीर के पुंछ में आतंकियों ने सेना के वाहन पर हमला किया था, इसके बाद जवानों ने भी जवाबी फायरिंग की थी।
गौरतलब है कि PAFF पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का एक विंग है। ये भी माना जाता है कि PAFF जैश- ए-मोहम्मद का ही नया नाम है।