अफगानिस्तान में लड़कियों की उच्च शिक्षा पर प्रतिबंध

अफगानिस्तान में एक बार फिर हालात 1990 के दशक जैसे होने शुरू हो गए है मौजूदा तालिबान सरकार ने लड़कियों की उच्च शिक्षा पर 1 दिसंबर 2021 से प्रतिबंध लगाने का अपना तालिबानी फ़रमान सुनाया है। पहले ही आपने महिला विरोधी नियमों के चलते अफगानिस्तान में महिलाओं को बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है और अब लड़कियों की उच्च शिक्षा पर लगाए प्रतिबंध तालिबान की संक्रीर्ण मानसिकता को दर्शाता हैं। एक और जहाँ अफगानिस्तान में महिलाओं और लड़कियों के अधिकारों को दिन प्रतिदिन कम किया जा रहा है ऐसे में दूसरी और छात्रों ने भी सरकार के खिलाफ आंदोलन करना शुरू कर दिया है।

अफगानिस्तान में लड़कियों के कॉलेज जाने पर प्रतिबंध लगाए जाने के मामला अब तूल पकड़ता दिख रहा है। यूनिवर्सिटी के छात्रों ने इस प्रतिबंध का विरोध करते हुए क्लास का बहिष्कार किया है। अफ़ग़ानिस्तान के टोलो  न्यूज के मुताबिक लड़कों ने तब तक क्लास में भाग लेने का कड़ा विरोध किया है जब तक कि लड़कियों को क्लास मे बैठने अनुमित न मिले। देश में महिलाओं की शिक्षा पर तालिबान के प्रतिबंध को लेकर एक छात्रों ने कहा, “हम अपना बहिष्कार जारी रखेंगे और अगर लड़कियों के लिए क्लास फिर से नहीं शुरू हुई, तो हम अपने पाठयक्रम का भी बहिष्कार करेंगे और पढ़ाई भी जारी नहीं रखेंगे।”

वहीँ कुछ छात्रों ने कहा, ” यूनिवर्सिटी हमारी बहनों के लिए बंद हैं और हम भी यूनिवर्सिटी नहीं जाना चाहते।”इसके अलावा, काबुल यूनिवर्सिटी के कई लेक्चरर  ने भी तालिबान को अपने फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए कहा। शैक्षणिक संस्थानों को बंद करना दुर्भाग्यपूर्ण है। लेक्चरर तौफीकुल्लाह ने कहा, “हम इस्लामिक अमीरात से हमारी बहनों के लिए यूनिवर्सिटिज को फिर से खोलने के लिए कहते हैं।” टोलो न्यूज ने एक अन्य छात्र मोहेबुल्लाह के हवाले से कहा, “मेरी दो बहनें भी उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही हैं, लेकिन संस्थानों के बंद होने के कारण मैं भी आगे नहीं बढ़ पाऊंगा।”

अफगानिस्तान के उच्च शिक्षा मंत्रालय ने पहले दिसंबर में लड़कियों की उच्च शिक्षा पर रोक लगा दी। इस फैसले के कारण व्यापक विरोध और वैश्विक निंदा हुई। 15 अगस्त 2021 से, वास्तविक अधिकारियों ने लड़कियों को माध्यमिक विद्यालय में जाने से रोक दिया है, महिलाओं और लड़कियों की आवाजाही की स्वतंत्रता को प्रतिबंधित कर दिया है, महिलाओं को कार्यबल के अधिकांश क्षेत्रों से बाहर कर दिया है और महिलाओं को पार्क, जिम और सार्वजनिक स्नानघरों का उपयोग करने पर प्रतिबंध लगा दिया है।