जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के गुलमर्ग में आज दोपहर अचानक बर्फीले तूफान और हिमस्खलन से भारी तबाही मच गई। चारो तरफ पर्यटकों में भगदड़ सी मचा गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस अचानक आए तूफान में कई पर्यटक लापता हो गए हैं। एसडीएम तंगमर्ग की सूचना के अनुसार बर्फीले तूफान में एक की मौत हो गई। कई पर्यटकों को जिंदा भी बचाया गया है।
तूफान के बाद से गुलमर्ग क्षेत्र में भम्रण पर रोक लगा दी गई है। मौसम विभाग के अपडेट के बाद ही रास्ते खोले जाएंगे। कुछ टूरिस्ट अभी भी बर्फ में फंसे हुए हैं, जिन्हें हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू किया जा रहा है। गुलमर्ग में आये एवलांच से अब तक 5 लोगों को रेस्क्यू गया है। घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह आपदा अफरवाट चोटी से लगे खिलान मार्ग पर आज दोपहर 2 बजे आयी।
अचानक गिरने लगा बर्फ का तूफान
इन दिनों जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में सैनानियों का आना जाना लगा हुआ है। इस मौसम में पर्यटक बर्फ का आनंद लेने यहां आते हैं। इस दौरान आज जब रोजाना की तरह लोग गुलर्मग की सुंदर वादियों में घूम रहे थे तभी बर्फीले पहाड़ गिरने लगे। तुरंत सेना के जवान और जम्मू-कश्मीर प्रशासन की पेट्रोलिंग टीम रेस्क्यू एक्टिव हो गई और बचाव अभियान शुरु कर दिया।
दो दिन पहले जारी हुआ था अलर्ट
मौसम विभाग ने पिछले कई दिनों से हिमालय में हो रही बर्फबारी को देखते हुए एवलांच को लेकर चेतावनी जारी की थी। यहीं वजह थी की पर्यटकों की संख्या भी कम थी। जम्मू और कश्मीर (Jammu Kashmir) डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने 10 जिलों के लिए छोटे से लेकर बड़े और भयानक एवलांच हिमस्खलन की चेतावनी जारी की थी। अधिकारियों का कहना था कि अनंतनाग और कुलगाम में कम खतरे वाला एवलांच आ सकते हैं।
जानिए क्या होता है हिमस्खलन या बर्फीले पहाड़ का गिरना
बर्फ या पत्थर के पहाड़ की ढलान से तेजी से नीचे गिरने को हिमस्खलन या एवलांच कहते हैं। इस तरह के तूफानों के बारे में बिल्कुल सटीक जानकारी पहले ही पता कर पाना संभव नहीं होता है। इस दौरान बर्फ, चट्टान, मिट्टी और अन्य चीजें किसी पहाड़ से नीचे की ओर तेजी से फिसलती हैं। जब पहाड़ के आसपास (Jammu Kashmir) की बर्फ या पत्थर जैसी चीजें ढीली हो जाती हैं तो ये गिरने लगते हैं। इनकी स्पीड इतनी तेज होती है की लोगों का लंबी दूरी तक भाग पाना मुश्किल हो जाता है।