इंदौर टेस्ट मैच तीन दिन से भी कम समय में समाप्त हो गया। इसके बाद आईसीसी ने इंदौर की पिच को 3 डिमेरिट अंक दिए और इसे खराब करार दिया। भारतीय दिग्गज सुनील गावस्कर को शीर्ष क्रिकेट संस्था का फैसला पसंद नहीं आया और उन्होंने इस पर उन्हें लताड़ लगाई। रोहित शर्मा की टीम इंडिया को इंदौर के होल्कर स्टेडियम में खेले गए बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट मैच में स्टीव स्मिथ की अगुवाई वाली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 9 विकेट से हार का सामना करना पड़ा।
सुनील गावस्कर ने एक न्यूज़ चैनल के साथ एक बातचीत के दौरान कहा, ‘एक बात मैं जानना चाहूंगा, नवंबर में ब्रिस्बेन गाबा में टेस्ट मैच हुआ था। वहां मैच 2 दिन में खत्म हो गया था। उस पिच को कितने डिमेरिट अंक मिले और वहां मैच रेफरी कौन था।
दोनों टीमों के कप्तानों से सलाह मशविरा करने के बाद मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने मैच अधिकारियों से चिंता जताते हुए अपनी रिपोर्ट आईसीसी को सौंपी। मूल्यांकन के परिणामस्वरूप पिच को तीन डिमेरिट अंक दिए गए हैं। बीसीसीआई को रिपोर्ट मिल गई है और अब उनके पास मंजूरी के खिलाफ अपील करने के लिए 14 दिन का समय है।
आईसीसी की ओर से मीडिया को जारी बयान में कहा गया है, ‘वह पिच, जो बहुत सूखी थी, शुरू से ही स्पिनर्स के पक्ष में रही, बल्ले और गेंद के बीच संतुलन प्रदान नहीं कर पाई। मैच की पांचवीं गेंद से पिच की सतह से टूट गई और पिच लगातार टूटती रही। सीम मूवमेंट बहुत कम या हुआ ही नहीं और पूरे मैच के दौरान पिच में अत्यधिक और असमान उछाल देखने को मिला।’
पिच को खराब रेटिंग मिलने से क्या होता है नुकसान
औसत से कम रेटिंग वाली पिच वाले स्टेडियम को एक डिमेरिट अंक दिया जाता है, जबकि खराब पिचों वाले स्थानों को क्रमशः तीन और पांच अंक दिए जाते हैं। एक डिमेरिट अंक मिलने पर उस स्थान को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की मेजबानी करने के लिए प्रतिबंधित कर दिया जाएगा, यदि पांच डिमेरिट पॉइंट मिलते हैं तो यह अवधि ज्यादा हो जाती है। जब किसी पिच को दस डिमेरिट अंक तक दिए जाते हैं तो वह स्टेडियम 24 महीने की अवधि के लिए किसी भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की मेजबानी नहीं कर सकता है।
मध्य प्रदेश को होगा बड़ा नुकसान
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए तीसरे टेस्ट के बाद इंदौर के होल्कर स्टेडियम को 3 डिमेरिट अंक दिए गए है और इसकी रिपोर्ट ICC और BCCI को भेजी गयी है। ऐसे मध्यप्रदेश के खेल प्रेमियों के लिए एक बड़ा संकट खड़ा हो गया है, अगर ICC मैच रेफरी की रिपोर्ट पर कायम रहती है तो इंदौर के होल्कर स्टेडियम को एक साल के लिए इंटरनेशनल मैचों के लिए बैन कर दिया जायेगा। जबकि ऐसी साल अक्टूबर-नवंबर में होने वाले ICC वर्ल्डकप-2023 जिसकी मेजबानी पहली बार अकेले भारत करने वाला है उसमे इंदौर स्टेडियम शामिल नहीं हो पायेगा। जबकि मध्यप्रदेश के क्रिकेट दर्शकों को इस बार उम्मीद थी कि इंदौर को वर्ल्डकप के मैच मिलेंगे।