आज सावन का अंतिम सोमवार (Sawan Somwar) है और सोम प्रदोष व्रत भी। जिस वजह से बहुत शुभ संयोग बन रहे हैं। भगवान शिव की आज की पूजा का भक्तों को विशेष लाभ मिलेगा। आज शिवलिंग पर जल व बेलपत्र जरुर अर्पित करें। बेलपत्र अर्पित करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होगी। इसके साथ ही 31 अगस्त को सावन का महीना समाप्त हो जाएगा।
इस वर्ष हर सोमवार बने विशेष योग
इस बार लगभग सभी सोमवार में विशेष योग बने हैं। आज सोम प्रदोष व्रत और सावन सोमवार (Sawan Somwar) एक साथ होने पर भी भक्तों को विशेष लाभ मिलेगा। इससे पहले वाले सावन सोमवार में नागपंचमी थी, जिसमें भगवान शिव के साथ उनके प्रिय नाग का भी आर्शीवाद भक्तों को मिला। आज की पूजा से भी भक्तों को फलों की प्राप्ति होगी साथ ही सुख- सौभाग्य में भी वृद्धि होगी।
दो दिन बन रहे प्रदोष के योग
प्रदोष व्रत हर महीने की दोनों त्रयोदशी तिथि के दिन रखा जाता है। सावन शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि सोमवार, 28 अगस्त की शाम 06.48 बजे से प्रारंभ होकर 29 अगस्त दोपहर 2 बजे तक रहेगा। प्रदोष व्रत में स्नान के बाद भगवान शिव का पर जल अभिषेक करें। इसके साथ ही उनके प्रिय पुष्प उन्हें अर्पित करें, साथ ही उन्हें फल भी चढ़ाएं। व्रत के लिए साफ सफाई से भोग तैयार करें और प्रभु को अर्पित करें। वैसे तो हर प्रदोष का विशेष लाभ मिला। पर आज प्रदोष और सावन सोमवार (Sawan Somwar) एक साथ होने से इसका महत्व और ज्यादा बढ़ गया है।
ज्योतिर्लिंग में भक्तों की लगी लंबी कतार
अंतिम सावन सोमवार (Sawan Somwar)के दिन आज उज्जैन स्थित ज्योतिर्लिंग में आने वाले भक्तों की संख्या ज्यादा होने वाली है। सभी अपने ईष्ट देव का आर्शीवाद प्राप्त करने के लिए महाकाल आ रहे हैं। सुबह की भस्म आरती के लिए एक दिन पहले ही उज्जैन में भक्तों ने अपना डेरा जमा लिया और सुबह-सुबह आरती का आनंद लेने पहुंच गए। इसके साथ ही आज महाराष्ट्र में स्थित नासिक ज्योतिर्लिंग में भी भक्तों की लंबी कतार देखने को मिली।