Friday, September 20, 2024
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टमाटर और हरी सब्जियां लौटी ट्रैक पर, अब प्याज आंसू निकालने को तैयार

करीब 1 महीने के बाद मार्केट में टमाटर के प्राइज कम हो गए हैं। आज का टमाटर का प्राइज है 60 रुपए प्रति किलो। इसके साथ ही हरी सब्जियों और अदरक की कीमतों में गिरावट आयी है। बीते 1 माह बाद घरों के किचन में टमाटर की वापसी हुई है पर इसके साथ ही अब एक आइटम की फिर कमी होने वाली है, वो है “प्याज” (Onion)।

निर्यात पर 40 फीसदी इंपोर्ट ड्यूटी

केंद्र सरकार ने प्याज (Onion) के निर्यात पर 40 फीसदी इंपोर्ट ड्यूटी लगाने का फैसला किया है। इस वित्त वर्ष में एक अप्रैल से 4 अगस्त के बीच देश से 9.75 लाख टन प्याज का निर्यात किया गया है। मूल्य के लिहाज से टॉप तीन आयातक देश बांग्लादेश, मलेशिया और संयुक्त अरब अमीरात है। हाल ही में प्याज के निर्यात में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। निर्यात पर 40 फीसदी इंपोर्ट ड्यूटी लगने से आने वाले त्यौहारों में प्यार के भाव और ज्यादा बढ़ सकते हैं। सरकार ने ये निर्णय प्याज की कमी को देखते हुए लिया है। प्याज की कमी की मुख्य वजह खराब फसल बताई जा रही है।

व्यापारियों में नाराजगी 

onion

दो दिन पहले एशिया में प्याज (Onion) के सबसे बड़े थोक बाजार नासिक के व्यापारियों और कमीशन एजेंटों ने प्याज व्यापार का बॉयकाट करने का फैसला किया है। जिसका असर देश में प्याज की सप्लाई पर पड़ सकता है। साथ ही दाम और बढ़ सकते हैं। महाराष्ट्र में किसान और व्यापारी संगठनों में काफी नाराजगी देखी जा रही है।

आज 23 अगस्त को मार्केट में सब्जियों का प्राइज

Vegetable

आलू – 30 रुपए प्रति किलो

प्याज – 36 रुपए प्रति किलो

टमाटर – 55 रुपए प्रति किलो

अदरक – 45 रुपए 150 ग्राम

धनिया – 11 रुपए 150 ग्राम

हरी मिर्च – 11 रुपए 100 ग्राम

लहसून – 42 रुपए 150 ग्राम

शिमला मिर्च- 48 रुपए 400 ग्राम

पत्तागोभी- 38 रुपए 800 ग्राम

फूलगोभी- 50 रुपए 600 ग्राम

सब्जियों पर दाम में बढ़ोत्तरी की मुख्य वजह फसल का खराब होना होता है। सब्जियों की जब कमी होती है तो दाम में तुरंत बढ़ोत्तरी होने लगती है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे प्रमुख प्याज उत्पादक राज्यों में मॉनसून देरी से आया है। जिससे खरीफ की फसलों पर असर पड़ा है। प्याज की खुदरा कीमत एक महीने पहले के 25 रुपये की तुलना में बढ़कर 30 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है। इसके अलावा, महाराष्ट्र और कर्नाटक में अप्रैल में बेमौसम बारिश के कारण भंडारित रबी फसलों में उच्च नमी की मात्रा ने उपज के शेल्फ जीवन को प्रभावित किया है। आने वाले दिनों में कई बड़े त्यौहार है, ऐसे में प्यार के रेट बढ़ने से आम जनता को मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।

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