आज से सावन (Sawan 2023) का पहला दिन शुरु हो रहा है, देशभर के सभी मंदिरों में भगवान शिव की पूजा अर्चना की जा रही है। इस साल अधिकमास होने के कारण सावन का महीना 59 दिनों का होगा, जिसमें कुल 8 सोमवार आएंगे। सावन सोमवार का व्रत शिव भक्तों के बहुत खास होता है।
जिसमें व्रत के साथ विधि विधान के साथ भोलेनाथ की आराधना जी जाती है। सावन के माह में भगवान शिव के अभिषेक का खास महत्व है, जो कई चीजों से किया जाता है। जानते हैं अलग-अलग चीजों से शिव अभिषेक का क्या लाभ मिलता है और इस साल कब-कब सावन सोमवार है-
सावन माह में भगवान शिव की पूजा विधी
#WATCH मध्य प्रदेश: सावन माह के पहले दिन उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में आरती की गई। pic.twitter.com/yTlsnwucgI
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 4, 2023
सावन के दिनों में सुबह स्नान कर साफ कपड़े पहनें। घर में रखे शिवलिंग को एक थाल में रखें। फिर सबसे पहले गंगा जल से अभिषेक करें। इसके बाद उन्हें उन्हें दूध, दही चढ़ाएं। फिर दोबारा साफ जल से अभिषेक कर उन्हें कपड़े से पोंछकर आसन पर रखें। भोलेनाथ के प्रिय पुष्प अर्पित करें, उन्हें बेलपत्र अवश्य चढ़ाएं और भोग चढ़ाएं। इन दिनों भगवान शिव के मंत्रों का जाप करने का विशेष लाभ मिलता है, इसके साथ ही शिव जी की आरती करें।
इस साल आने वाले सावन सोमवार
#WATCH मध्य प्रदेश: सावन माह के पहले दिन उज्जैन के महाकालेश्वर मन्दिर में भस्म आरती की गई। pic.twitter.com/Xye0hP0LQa
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 3, 2023
अधिकमास होने की वजह कुल 8 सावन सोमवार पड़ेगें। जिसमें पहला सावन सोमवार का व्रत 10 जुलाई को रहेगा, दूसरा सावन सोमवार 17 जुलाई, तीसरा 24 जुलाई, चौथा 31 जुलाई, पांचवा 7 अगस्त, छटवां 14 अगस्त, सातवां 21 अगस्त और आंठवा 28 अगस्त को है।
अलग-अलग अभिषेक से मिलने वाले लाभ
भगवान शिव अपने भक्तों की साधारण पूजा से ही प्रसन्न हो जाते हैं, इसलिए उन्हें भोलेनाथ कहा जाता है। घर के मंदिर में हम रोजना शिव का जलाभिषेक करते है, पर सावन (Sawan 2023) सोमवार में कुछ खास चीजों से अभिषेक करने का अलग-अलग लाभ मिलता है।
जल अभिषेक का महत्व – शुद्ध जल से शिवलिंग पर अभिषेक करने से व्यक्ति की सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। जलाभिषेक का खास महत्व है, सावन सोमवार के अलावा भी अन्य दिनों में शिव का जलाभिषेक करना शुभ माना जाता है।
दुग्ध अभिषेक का महत्व – शिवलिंग पर दूध चढ़ाने से साधक को दीर्घायु प्राप्त होती है।
पंचामृत से अभिषेक का महत्व – पंचामृत जिसमें पांच चीजों का मिश्रण रहता है। इसमें दूध, दही, मिश्री, घी और शहद को मिलाया जाता है। पंचामृत से भगवान शिव का अभिषेक करने से धन, सम्पदा की प्राप्ति होती है।
शहद से अभिषेक का महत्व – भगवान शिव का शहद से अभिषेक करने से जीवन के सभी दूख और कष्ट दूर होते हैं। घर में सुख शांति बनी रहती है।
घी से अभिषेक का महत्व – भगवान शिव पर घी चढ़ाने से किसी भी प्रकार का शारीरिक रोग या अन्य रोगों से मुक्ति मिलती है। स्वास्थ्य अच्छा रहता है।
दही से अभिषेक का महत्व – सावन में शिव का अभिषेक दही से करने के लिए साधक को संतान का सुख प्राप्त होता है।