इस साल बहुत सी खास खगोलीय घटनाएं (Astronomical Events) होने वाली हैं, जो लंबे इंतजार के बाद देखने को मिलेगी। वैज्ञानिकों के लिए ये घटनाएं (Astronomical Events) आश्चर्य से भरी होती हैं। इस दौरान वे कई सारे अहम अध्ययन करते हैं। जानते हैं अगस्त 2023 से शुरु होने वाली दुर्लभ खगोलीय घटनाओं (Astronomical Events) के बारे में।
सुपर मून और ब्लू मून
सुपर मून और ब्लू मून इस साल अगस्त माह में देखने को मिलेगा। अगस्त माह की शुरआत में 1 अगस्त को सुपरमून नज़र आएगा। जो रात में चंद्रोदय के साथ 8 बजकर 1 मिनट पर नज़र आएगा। इस दिन चंद्रमा पृथ्वी के सबसे करीब होने के कारण काफी बड़ा और चमकीला दिखाई देता है। वहीं 30 अगस्त को ब्लूमून दिखाई देखा। ब्लू मून एक अत्यंत दुर्लभ घटना है। इसका चंद्रमा के रंग से कोई लेना-देना नहीं है। यह अक्सर किसी महीने की दूसरी पूर्णिमा को दिखाई देता है। इस बार अगस्त के महीने में भी दो पूर्णिमा पड़ रही हैं, इसलिए दूसरी पूर्णिमा के दिन सुपर ब्लूमून नजर आएगा।
विशेष खगोलीय घटना (Astronomical Events): साल का अंतिम सूर्यग्रहण
साल 2023 का अंतिम सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर दिखाई देगा। जो रात 8 बजकर 34 मिनट पर प्रारंभ होगा और इस ग्रहण का समापन 15 अक्टूबर को तड़के 02 बजकर 25 मिनट पर होगा। यह सूर्य ग्रहण चित्रा नक्षत्र और कन्या राशि में लगेगा। यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसी वजह से इसका सूतक काल मान्य नहीं है। पर वैज्ञानिक दृष्टि से ये बहुत दुर्लभ है।
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मीटियोर शॉवर
हर साल 17 से 24 अगस्त के बीच आसमान से उल्कापिंडों की बारिश होती है। इस बार ये समय बदल गया है। इस बार 13 अगस्त को मीटियोर शॉवर देखने के मिलने वाला है। जितने उल्कापिंड हमें जमीन की ओर आते दिखेंगे, उतने गिरेंगे नहीं। क्योंकि ज्यादातर उल्कापिंड पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करते ही जल के खत्म हो जाते हैं। उल्कापिंडो की इस बारिश को देखने के लिए किसी तरह के खास उपकरणों की जरुरत नहीं है। बस रात के 8 बजे से छत पर खड़े होकर देखा जा सकता है।
बृहस्पति होगा पृथ्वी के सबसे करीब
इसी साल 3 नबंवर को एक ओर बड़ी खगोलीय होने वाली है। इस खगोलीय घटना को पेरिगी के रुप में जाना जाता है। इस खगोलीय घटना में हमारे सौर मंडल का दूसरा सबसे बड़ा ग्रह बृहस्पति हमारी पृथ्वी के अत्याधिक पास आ जाता है। लेकिन इस बार बृहस्पति के पृथ्वी के पास आने के साथ-साथ बृहस्पति पर सूर्य का सीधा प्रकाश भी पड़ने वाला है। पृथ्वी के काफी करीब आने के कारण गैस से बना यह विशाल ग्रह असामान्य रूप से काफी चमकीला और बड़ा दिखाई देगा।