मंत्रों का अहम स्थान हैं हमारे जीवन में..

मंत्र जाप करने के बारे में अक्सर हमने सुना है। घरों में अक्सर छोटे बड़ों को इनका उच्चारण करते देखा है। बच्चों की अच्छी परवरिश के लिए मंत्रों का जाप करवाया जाता है, सदियों से हम हर पूजा-पाठ के साथ किसी मंत्र का जाप करते आ रहे हैं। इनके बारे में कहा जाता है कि मंत्र एक प्रकार की वाणी है जो साधारण वाक्यों की तरह बंधन में नहीं डालते बल्कि मुक्ति प्रदान करते हैं। सुबह कि शुरुआत के साथ रात की अच्छी नींद तक हम कई मंत्रों का जाप करते हैं, पर इनका क्या महत्व है इसे भी समझना जरुरी है। आखिर क्यों अलग-अलग मंत्रों का जाप किया जाता है, और क्या होता है इनका प्रभाव जानते हैं-

मंत्रों का हमारे जीवन में बहुत अहम स्थान हैं, ये हमें सकारात्मक ऊर्जा देते हैं और नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट करते हैं। वैसे तो ओझा या कहें झाड़ फूंक में भी मंत्रों का प्रयोग होता है, पर अधिकतर मंत्र जीवन को पॉजिटिव बनाने के लिए उच्चारण में लाए जाते हैं। एक प्रकार के हिन्दू श्रुति गंथों की कविता को पारम्परिक रुप से मंत्र कहा जाता है। ओम खुद में एक मंत्र है, जिसके बारे में माना जाता है कि ये धरती पर उत्पन्न पहली ध्वनि हैं। एक खास बात और, कभी भी मंत्रों का जाप हमने तेज शोर में नहीं सुना होगा, जिसकी खास वजह है कि जो बात कई कानों से होते हुए जाए उनका असर प्रभावशील नहीं होता है, इसलिए जब भी हम मंत्रों का जाप करते हैं तो शांत मन से, बंद आंखों के साथ इनका उच्चारण करते हैं। यही वजह है कि मंत्रों का शाब्दिक अर्थ विचार या चिन्तन भी होता है।

मंत्रों को बनाया किसने इस बता को लेकर अक्सर लोगों के मन में एक सवाल आता है। जिसका जवाब एक ही मिलता है, ये किसी मनुष्य का अविष्कार नहीं बल्कि हमारे ऋषि मुनियों की सालों-साल कि तपस्या का फल है। वर्षों के ध्यान के बाद, कठिन परिश्रम के बाद किसी सही मंत्र कि उत्पति हुई, जिसका असर उनकी एकाग्रता से जाहिर होता है। इस बात को इस तरह से समझते हैं, एक ही बात को कई लोग अपनी सोच के अनुसार अलग-अलग समझते हैं, तो उसी प्रकार तप करने वाले ऋषि मुनियों ने अपनी चाह के अनुसार मंत्रों कि उत्पति पायी।

किसी को मन की शांति चाहिए, तो किसी को अच्छा करियर तो किसी को राजा बनना है। हर चाह के लिए मंत्रो में समाधान है। ओम का जाप करने से मन शांत होता है, और एकाग्रता बढ़ती है। गायत्री मंत्र ओम भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्यधीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्.. के जाप से एकाग्रता बढ़ती है साथ ही जीवन से जुड़ी हर बड़ी समस्या का समाधान होता है। हर हर मुकुन्दे ये मंत्र हमारे दिमाग को शांत करके अच्छी नींद लाने में मदद करता है, इस मंत्र से डर हटता है और मानसिक बाधाओं से मन मुक्त होता है।

जिस प्रकार योग के ध्यान का हमारे जीवन को मजबूत बनाने में अहम स्थान है, उसी प्रकार मंत्रों का होना भी बहुत जरुरी है। शरीर को मजबूत बनाने के साथ मन को मजबूत बनाना बहुत जरुरी होता है। इस पूरे ब्रम्हांड में ऊर्जा हैं, जैसी चाह होती है वैसा ही असर होता है। जो जिस चाह को पाना चाहते हैं, या खुदमें उतारना चाहते हैं, उसे अपनाकर जीवन को सुखमय बनाएं।