भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय फ्रांस (France Highest Civilian Honour) के दौरे पर हैं। भारतीय PM को अपने फ्रांस दौरे के दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने गुरुवार को फ्रांस के सर्वोच्च सम्मान “ग्रैंड क्रॉस ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर” से सम्मानित किया। PM मोदी यह सम्मान पाने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं।
लीजन ऑफ ऑनर दुनिया भर के कुछ प्रमुख नेताओं और प्रतिष्ठित हस्तियों को दिया गया है। इनमें दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला, वेल्स के तत्कालीन राजकुमार किंग चार्ल्स, जर्मनी की पूर्व चांसलर एंजेला मर्केल, संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव बुट्रोस -घाली जैसी हस्तियां शामिल हैं।
फ्रांस ने भारतीय PM मोदी (France Highest Civilian Honour) को बैस्टिल डे परेड के मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने के लिये आमंत्रित किया। आज हुई बैस्टिल डे परेड में जहां PM मोदी (France Highest Civilian Honour) मुख्य अतिथि के रूप में हुए वहीँ दूसरी ओर इस परेड में भारतीय सेना ने भी अपना शौर्य दिखाया। भारत की वायुसेना, नौसेना और थलसेना ने परेड में अपने हुनर का जौहर दिखाया।
जहां भारतीय थलसेना की ओर से भारत की सबसे पुरानी रेजिमेंट पंजाब रेजिमेंट इस परेड का हिस्सा बनी। उसके साथ भारतीय नौसेना के मार्चिंग दस्ते और वायुसेना के मार्चिंग कंटिंजेंट ने परेड में देश भक्ति गीत सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा पर कदम ताल की।
#WATCH भारतीय सेना की पंजाब रेजिमेंट ने पेरिस, फ्रांस में बैस्टिल डे परेड के दौरान चैंप्स-एलिसीस के साथ मार्च किया। दल का नेतृत्व कैप्टन अमन जगताप कर रहे हैं। pic.twitter.com/fOrQ52Bwfv
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 14, 2023
वहीं दूसरी ओर भारतीय वायुसेना की ओर से राफेल विमान दल ने भी फ्लाई पास्ट किया। फ्रांस की इस बैस्टिल डे परेड में भारतीय वायुसेना के तीन राफेल लड़ाकू विमानों ने उड़ान भरी। बता दें कि भारत ने सितंबर 2016 में फ्रांस के साथ 59,000 करोड़ रुपये की लागत से 36 राफेल विमान खरीदने के लिए एक अंतर-सरकारी समझौता किया था।
#WATCH भारतीय वायु सेना के राफेल ने पेरिस, फ्रांस में बैस्टिल डे परेड में फ्लाईपास्ट में भाग लिया pic.twitter.com/0QA3mm89In
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 14, 2023
आपको बता दें कि 14 जुलाई 1789 को फ्रांस की गुस्साई भीड़ ने वहां की राजशाही से जुड़े बैस्टिल पर हमला कर दिया था। इसके बाद फ्रांसीसी क्रांति की शुरुआत हुई थी। यही वजह है कि साल 1880 से हर साल 14 जुलाई को फ्रांस में बैस्टिल डे परेड आयोजित की जाती है। फ्रांस के इतिहास में इस घटना को एक महत्वपूर्ण घटना माना जाता है। इसलिए फ्रांस इस घटना को अपने राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाता है।