स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से PM मोदी ने महिला सशक्तिकरण (Women Empowerment) की बात की। “शक्तिशाली नारी, शक्तिशाली समाज” – प्रधानमंत्री मोदी की यह युक्ति हमारे समाज में एक नये युग की शुरुआत है। महिलाओं के सशक्तिकरण (Women Empowerment) का मार्ग समाज की समृद्धि, विकास, और समानता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। महिलाओं को समाज में सामाजिक, आर्थिक, और राजनीतिक दृष्टिकोण से सशक्त बनाना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और समाज की प्रगति की दिशा में प्राथमिकता होनी चाहिए। ध्यान देने वाली बात ये हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिला सशक्तिकरण (Women Empowerment) पर G-20 मंत्री स्तरीय सम्मेलन में भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से G-20 सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा था कि जब महिला सशक्त होती हैं तो दुनिया सशक्त होती है।
चलिए जानते हैं कि वे कौन से महत्वपूर्ण कदम हैं जो भारतीय महिलाओं को सशक्त बनाने में आवश्यक होंगे –
साक्षरता और शिक्षा का महत्व
महिलाओं के सशक्तिकरण का पहला कदम साक्षरता और शिक्षा के माध्यम से उन्हें जागरूक बनाना है। शिक्षा महिलाओं को स्वाधीन और समर्पित नागरिक बनाने का मार्ग प्रदान करती है, जिससे वे अपने अधिकारों की रक्षा कर सकती हैं और समाज में बेहतर स्थिति प्राप्त कर सकती हैं।
महिला सशक्तिकरण (Women Empowerment) के लिए आवाज़ सुनना और प्रतिष्ठा देना
महिलाओं को समाज में उच्च प्रतिष्ठा दिलाने के लिए उनकी आवाज़ को सुना जाना चाहिए। महिलाओं के मत, विचार, और योगदान की महत्वपूर्णता को समझते हुए, उन्हें समाज में समर्पित स्थान प्रदान किया जाना चाहिए।
रोजगार और आर्थिक स्वायत्तता
महिलाओं को आर्थिक स्वायत्तता प्राप्त करने का अवसर देना बहुत महत्वपूर्ण है। समाज में सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ाने के लिए, महिलाओं को रोजगार के माध्यम से आर्थिक रुप से स्वतंत्र बनाने का मौका देना चाहिए।
स्वास्थ्य और राजनीति में भागीदारी
महिलाओं की सेहत और स्वास्थ्य की देखभाल करना भी उनके सशक्तिकरण का हिस्सा होना चाहिए। स्वस्थ महिलाएं ही समाज की सकारात्मक दिशा में योगदान कर सकती हैं।
सामाजिक बदलाव की दिशा में सहयोग
महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए समाज के सभी सेक्टरों में सुधार की दिशा में सहयोग करना महत्वपूर्ण है। सरकारी नीतियों, समाज की धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताओं में बदलाव, और व्यापारिक संगठनों के साथ मिलकर महिलाओं के प्रति समर्पण और समर्थन की दिशा में सहयोग करना आवश्यक है।
इस प्रकार, महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में हमारे समाज को सहयोग देने से हम समृद्धि और समानता की दिशा में अग्रसर हो सकते हैं। महिलाओं को स्वतंत्र और आत्मनिर्भर से प्रेरित करके हम समृद्धि की नई ऊँचाइयों को प्राप्त कर सकते हैं।