हर बच्चे का पहला स्कूल उसका घर होता है। बात चाहे पढ़ाई की हो या फिर हाइजीन की, बच्चे को इसकी पहली शिक्षा अपने माता–पिता से ही मिलती है। बढ़ते वायरस और रोजाना होने इंफेक्शन को देखते हुए तन की सफाई पर ध्यान देना बहुत जरुरी हो गया है। ये सफाई सभी के लिए जरुरी है, चाहे बेटा हो या बेटी। बच्चों को साफई आदात की तरह अपनाना आना चाहिए। इसी विषय को ध्यान रखते हुए बताते हैं, कुछ खात बातें।
सेहतमंद व स्वस्थ शरीर, खूबसूरत बाल और ग्लोइंग स्किन के लिए पर्सनल हाइजीन बहुत जरूरी है। पर्सनल हाइजीन का ध्यान न रखने से स्वास्थ्य बिगड़ सकता है, जिसका असर बाल और स्किन पर दिखना लाजमी है। खासकर लड़कियों को छोटी उम्र से ही पर्सनल हाइजीन के बारे में बताना बहुत जरूरी होता है। पीरियड्स में ब्लीडिंग और क्लॉटिंग जैसी चीजों के बारे में लड़कियों को ना बताया जाए, तो ये संक्रामक बीमारियों की वजह बन सकते हैं। एक लड़की को पर्सनल हाइजीन से जुड़ी बातों की जानकारी देना मां उसके अभिभावक का फर्ज होता है। हालांकि भारत जैसे देश में आज भी मां ऐसी बातें अपनी बेटियों को बताने से बचती हैं। एक मां ही होती है जो अपनी बेटी को पर्सनल हाइजीन कि शिक्षा अच्छे से दे सकती है।
लड़कों के ये बातें समझाएं
-इसी तरह लड़कों में भी बहुत से चीजों का ध्यान देना बहुत जरुरी होता है। हाथों को साफ रखना, टाइम से ब्रश करना जैसे छोटे-छोटे कामों में वे थोड़ा आलस कर जाते हैं। इसके साथ नहाने का सही तरीका, अंडरआर्म्स को साफ रखना भी बहुत जरुरी है। लड़के सफाई के दौरान उचित कॉस्मेटिक यूज करने से भी बचते हैं, उन्हें समझाएं कि वे शैम्पू, सोप, और हैंडवॉश का प्रयोग करें।
-टीनएजर्स बॉयस में अक्सर फंगल इंफेक्शन की प्रॉब्लम होती है, जिसकी वजह है कि वे अपने अंडरवेयर की सफाई पर ध्यान नहीं देते हैं। तो माता या पिता दोनों में कोई भी अपने युवा होते बेटों को समझाएं कि यह कितना जरुरी है।
गर्ल्स को बताएं वजाइना की सफाई के बारे में
-अपनी बेटी को समझाएं जैसे हाथ, मुंह और आंखों को धोना जरूरी है, ठीक वैसे ही वजाइना एरिया को भी स्वच्छ रखना जरूरी है। पानी और साबुन से वजाइना को धोने के बाद तौलिए का इस्तेमाल करना चाहिए। बेटी को बताएं कि वजाइनल एरिया को ड्राई रखने से फंगल इंफेक्शन दूर रहता है।
-गर्मी, बारिश और उमस की वजह से अंडरआर्म्स में पसीना आना लाजमी है। पसीना यानी की बैक्टीरिया और कीटाणु, जिसकी वजह से बदबू आती है। अपनी बेटी को बताएं कि नहाते समय अंडरआर्म्स को अच्छे से क्लीन करना जरूरी है। अंडरआर्म्स को क्लीन करने के बाद वहां पर पाउडर लगाना भी सिखाएं। ये उसे पूरा दिन फ्रेश फील करवाने में मदद करेगा।
गर्ल्स पीरियड्स में रखें ज्यादा ध्यान
12 से 16 साल की लड़कियां कई बार पीरियड्स के दौरान पर्सनल हाइजीन में लापरवाही बरतती हैं, जो फंगल इंफेक्शन और खुलजी का कारण बन सकती है। अगर आपकी बेटी को पीरियड्स की शुरुआत हुई है, तो उसके पास बैठें और बताएं कि इस दौरान किस तरह की पर्सनल हाइजीन को मैनटेन करना चाहिए, ताकि संक्रमण से बचा जा सके। बच्चियों को बताएं कि पैड बदलने से पहले प्राइवेट एरिया को क्लीन करें और फिर हाथों को धोएं। अंडरवेयर भी समय-समय पर बदलें।
नाखून भी है जरूरी
फिल्म स्टार्स को देखकर आजकल की युवा लड़किया लंबे- लंबे नाखून रखने लगी हैं। जिस वजह से गंदगी कई बार इसके अंदर ही रह सकती है। अगर आपकी बेटी को लंबे नाखून रखने का शौक है, तो इसे नियमित तौर पर हाथ धोने, नाखून को कैसे साफ किया जा सकता है इसके बारे में बताएं। अपनी बेटी को समझाएं कि नाखून की गंदगी से उसके एलर्जी और कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसी तरह लड़को को भी नाखूनों को साफ रखने की सलाह दें।
छोटे-छोटे बदलाव के साथ आप अपने बढ़ते बच्चों को सफाई का पाठ सीखा सकते हैं। जैसे घर के अंदर प्रवेश करते ही हाथ धोना, उन्हें साफ तैलिए से पोछना, समय पर नहाना, ब्रश करना। इन बेसिक क्लीनिंग के साथ अंदरुनी सफाई के बारे में मौका मिलते ही बात करें, एक दोस्त की तरह उन्हें समझाएं, जिससे वे आसानी से उसकी महत्वत्ता को समझ जाएंगे। याद रखें बच्चें इन बातों के बीच खुद को कंफर्टेबल महसूस करें।