इन दिनों कई राज्यों में तेजी से कंजक्टिवाइटिस (Conjunctivitis) रोग फैल रहा है। जो की आखों की एक बीमारी है जिसे साधारण भाषा में आंख आना या पिंक आइस भी कहा जाता है। ये बीमारी (Conjunctivitis) जानलेवा तो नहीं पर तेजी से फैलने वाली बीमारी होती है। इससे आखों को नुकसान पहुंचता है, जो शरीर का बहुत जरुरी अंग है। इसलिए कंजक्टिवाइटिस (Conjunctivitis) का समय पर इलाज और सावधानी जरुरी है। लोगों में ये भांती है की एक दूसरी की आखों में देखने से ये रोग फैलता है, पर डॉक्टरों की बताई वजह कुछ और ही है।
ये समस्या एक तरह की आंखों में बैक्टीरिया या वाइरस के संक्रमण या एलर्जिक रिएक्शन के कारण होती है। छोटे बच्चों में अश्रु नलिका के पूरी तरह खुले न होने से भी अक्सर पिंक आई की समस्या देखी गई है। इस स्थिती में कई बार तेज बुखार भी आ जाता है, ऐसे में इलाज बहुत जरुरी है।
किसी भी बैक्टीरिया के संक्रमण के लिए एंटीबायोटिक्स सबसे सामान्य उपचार है। कंजक्टिवाइटिस में एंटीबायोटिक्स आई ड्रॉप्स और ऑइंटमेंट (जैल) का इस्तेमाल किया जाता है। जो डॉक्टर की सलाह अनुसार ही लेना चाहिए। घर में यदि सभी सदस्यों को ये समस्या एक के बाद एक हो रही है तो ऐसी स्थिती में डॉक्टर से परामर्श लेना और ज्यादा जरुरी हो जाता है।
घर में किए जाने वाले उपाय
कंजक्टिवाइटिस की स्थिती में आंखों पर सूजन और खूजली सबसे ज्यादा होती है। खूजली इसका पहला लक्षण है, डॉक्टर से जरुरी दवाएं लेने के बाद आप खूजली की समस्या के लिए घरेलु उपाय भी कर सकते हैं। जो है, आंखों पर ठंडी सिकाई करना। इससे सूजन कम होती है। इसके लिए साफ मुलायम कपड़ा लें और उसे ठंडे पानी में डुबाकर निचौड लें। अब इस कपड़ें को अपनी आंखों पर 5 से 10 मिनट के लिए रखें। ठंडे पानी के कपड़े की सिकाई से आखों की सूजन तो कम होती ही है साथ ही खूजली भी कम होगी।
डॉक्टरों के अनुसार इसलिए फैलता है ये रोग
डॉक्टरों के अनुसार आखों का ये फ्लू संक्रमित व्यक्ति की हाथ लगाई चीजों के जरिए एक से दूसरे में फैलता है। कोशिश ये रहे की आखों को हाथ ना लगाएं, और यदि खूजली की वजह से बार-बार हाथ आंखों पर जा रहा है, तो हाथों को धोएं जरुर। आखों से आने वाले आंसू को साफ कपड़े से पोछें और कपड़ें को अन्य लोगों से दूर जरुर रखें। इन दिनों साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना जरुरी है।
सही इलाज से 4 दिनों में ठीक हो जाती है ये समस्या
3 से 4 दिन की उचित देखभाल और दवाईयों से कंजक्टिवाइटिस ठीक हो जाता है। कई लोगों को ये समस्या रीपिट भी होती है, ऐसे में घबराएं नहीं। इस बात को समझें की आप फ्लू के संपर्क में बार-बार आ रहे हैं। ऐसे में साफ- सफाई पर और भी ज्यादा ध्यान दें। घर में भी काली फ्रेम वाले चश्मे पहनकर रखें।