“द केरला स्टोरी” की तर्ज़ पर हिन्दू लड़कियों को किया जा रहा था टारगेट, NIA रेड में बड़ा खुलासा

NIA और ATS की संयुक्त टीम द्वारा जबलपुर में एडवोकेट ए उस्मानी के घर पर छापेमारी में बड़ा खुलासा हुआ है। NIA को ISIS के नेटवर्क का पता चला है और साल 2050 तक पूरे देश को इस्लामिक स्टेट बनाने की साजिश रची जा रही थी। जानते है क्या है पूरा मामला

मध्य प्रदेश के जबलपुर में ISIS की एंट्री, 2050 तक इस्लामिक देश बनाने का लक्ष्य
मध्य प्रदेश के जबलपुर में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और एटीसी की संयुक्त रेड में एक बड़ा खुलासा हुआ है। पाकिस्तान के आईएसआईएस ने भारत में बड़ा नेटवर्क बनाते हुए साल 2050 तक भारत को इस्लामिक देश बनाने का टारगेट रखा है। इसके लिए उसने मध्य प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश के अन्य राज्यों और शहरों में अपने नेटवर्क का विस्तार किया है। शनिवार को भोपाल और दिल्ली के अधिकारियों ने एडवोकेट ए उस्मानी के घर पर छापेमारी की है। उस छापेमारी के दौरान यह खुलासा हुआ है।

ATS और NIA के अफसरों और पुलिस टीम ने इस मुस्लिम बाहुल इलाके को पूरी तरह से घेर लिया था और पूरे इलाके को सील कर दिया था और उसके बाद लगातार छापेमारी की गयी थी। आरोपी पर विदेशी फंडिंग में लिप्त होने का भी आरोप है। छापेमारी के दौरान अधिकारियों ने कई अहम दस्तावेज और कागजात भी जब्त किये गये हैं और जो कागजात मिले हैं, उससे पाकिस्तानी संगठन आईएसआईएस की मौजूदगी का पता चलता है। खुफिया सूत्रों से मिली सूचना के अनुसार आईएसआईएस ग़ज़बा-ए-हिन्द मुहिम के तहत जबलपुर में अपना नेटवर्क फैलाया रहा था।

अधिवक्ता ए उस्मानी के बेटे ने संभाल रखी थी ISIS की कमान
प्राप्त जानकारी के अनुसार NIA ने जिस अधिवक्ता ए उस्मानी के घर पर छापेमारी की है। उसके बेटे ने ISIS की कमान संभाल रखी थी और साल 2050 तक भारत को इस्लामिक देश बनाने का टारगेट रखा गया था।

NIA अधिकारी के अनुसार अधिवक्ता ए उस्मानी के बेटे द्वारा जबलपुर में रहकर युवाओं को ट्रेनिंग दी जा रही थी। जिसमें युवाओं को ब्रेनवॉश किया जाता था और इस्लामिक आंतकवाद और जिहाद की जानकारी दी जाती थी।

अधिकारियों ने बताया कि युवाओं को कुल तीन तीन स्टेज की ट्रेनिंग दी जा रही थी। इसमें सोशल मीडिया के माध्यम व्टॉसऐप और फेसबुक का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। इसका संगठन का उद्देश्य था कि पहले समूह बनाकर ज्यादा से ज्यादा मुस्लिम युवाओं को अभियान से जोड़ा जाए।

लव जिहाद और हिंदुओं लड़कियों को मुस्लिम बनाने का था टारगेट
लव जिहाद को बढ़ाने के लिए ज्यादा से ज्यादा हिंदू लड़कियों को टारगेट किया जा रहा है। इसके लिए संगठन की ओर से अच्छा दिखने वाले युवाओं का चयन किया जाता था। ये युवक हिंदु लड़कियों को अपनी जाल में फंसाते थे और कुछ युवक हिंदु लड़कियों को गर्भवती कर उसे छोड़ भी दिया करते थे या फिर उन पर धर्मपरिवर्तन करने का भी दबाव बनाते थे।

NIA द्वारा हिरासत में लिए गये आरोपी आदिल और अन्य मुस्लिम युवकों के मोबाइल जब्त किये गये हैं। सभी के फोन में उनकी हिंदू गर्लफ्रेंड की तस्वीरें मिली हैं। मिली तस्वीरों और टेस्ट से यह पता चलता है कि अधिकतम जैन और ब्राह्मण समाज की युवतियो को फंसाया गया था। आदिल के कब्जे से प्रतिबंधित SLR राइफल और कारतूस मिले हैं।

दिल्ली में दायर एक FIR के बाद एनआईए की टीम ने टेरर फंडिंग और युवाओं को बरगलाने के मामले में यह जांच शुरू की थी और छापेमारी की थी, लेकिन छापेमारी के बाद जो बातें सामने आई है। उसने पूरे मामले को एक नया मोड़ दिया है।