Mother’s Day Special : माताओं में बढ़ रहा है स्ट्रेस, चर्चा है जरुरी

आज मदर्स डे है,सभी अपनी मां को आज (Mothers Day Special) के दिन गले लगाकर इस दिन की बधाई दे रहे हैं। पर जिस प्यार और सम्मान की मां हकदार होती है, उसके लिए मात्र एक दिन काफी नहीं होता। ये सम्मान तो बच्चों को हर दिन देना चाहिए। मां की एक विशेष बात होती है की, वो चाहे नई-नई मां बनी हो या बुजुर्ग हो, बच्चे के सामने आते ही वो जिम्मेदार बन जाती है। स्वंय को भूल वो सिर्फ संतान के सुख के लिए जीना पसंद करती है।

मां के मन में उठते सवाल 

आज मां का दिन है (Mothers Day Special) तो उनसे जुड़े एक मुद्दे पर गौर करना बहुत जरुरी है। आज के समय में भारत की हर महिला भारी तनाव का शिकार हो रही हैं। और ये तनाव सबसे ज्यादा उसे अपनी संतान को लेकर हो रहा है। भारतीय माताएं अपने बच्चों की एक्स्ट्रा केयर करती है। फिर भी सब कुछ करने के बाद भी उसके अंदर सवाल उठते रहते हैं? क्या वो अच्छी मां है? या नहीं? क्या उसने बच्चे के जीवन से जुड़े कोई गलत निर्णय तो नहीं ले लिए?

चिंताओं से घिरा इंडियन मांओं का जीवन 

गृहणी हो या वर्किंग ये प्रश्न चिन्ह हर मां के मन में उठता ही रहता है? की क्या वो अपने बच्चे के लिए कुछ गलत तो नहीं कर रही है। जैसे गृहणी है तो क्या वो घर के काम के चक्कर में बच्चें पर ध्यान तो नहीं दे पा रही है। वहीं यदि वो वर्किंग है तो क्या वो अच्छी इनकम के चक्कर में बच्चें का जीवन तो नहीं बर्बाद कर रही है? यदि मां बुजुर्ग है तो उसके मन में ये सवाल चलता रहता है की, दूर देश में रह रहे उसके बच्चे कैसे होंगे? ये चिंताओं के प्रश्न हर मां के मन में उठते ही रहते है। (Mothers Day Special) 

 

एक साथ कई काम करने में बढ़ता जा रहा तनाव 

Mother's Day Special

कुछ एक जगहों को छोड़ दिया जाए तो बच्चे की जिम्मेदारी हमेशा मां की ही होती है। बच्चा जब तक खेलता रहता है तब तक ही वो दूसरों के साथ रह पाता है। जहां उसे कोई जरुरत हुई वो मां को ही तलाश करता है। मां को कई बार बिना बोले ही बच्चे की जरुरत का अहसास हो जाता है। यही वजह है की गृहणी हो या वार्किंग मॉम सभी को अपने काम के साथ बच्चों का ध्यान भी रखना होता है। ईश्वर ने ये शक्ति मात्र स्त्री को ही दी है की वो हर काम के साथ अपनी संतान का पालन भी कर सकती है। पर एक व्यक्ति जब कई काम करता है तो उसे तनाव, स्ट्रेस भी होता है।

सर्वे से ज्ञात हुआ भारतीय महिलाएं हमेशा रहती हैं स्ट्रेस में 

साल 2011 में 21 विभिन्‍न देशों में 6,500 महिलाओं पर नीलसन सर्वे करवाया गया था। यह सर्वे हार्वर्ड बिजनेस रिव्यू में भी प्रकाशित हुआ है। यह स्‍टडी यह जानने के लिए किया गया था कि आखिर भारतीय महिलाओं और मांओं को सबसे ज्‍यादा स्‍ट्रेस क्‍यों रहता है। इस सर्वे में ये पता चला की भारतीय महिलाओं को घर और अपने परिवार की हमेशा चिंता होती है। जिसमें सबसे ज्यादा उन्हें अपनी संतान को लेकर चिंता सताती है।

चर्चा से हो सकता है तनाव का समाधान (Mothers Day Special) 

Mother's Day Special

माताओं में बढ़ते इस स्ट्रेस को कब करने का यही तरीका है, की घर का कोई बड़ा या उनके लाइफ पार्टनर उनसे बात करते रहे। उनके मन को पढ़ते रहे, बच्चें बड़े है तो वे खुद अपनी मां को समय दें। आज इस खास दिन पर मां के लिए ये सबसे बड़ा तोहफा होगा की बच्चें उनके साथ बैठकर उनके मन की बात को सुनें। मां काम ज्यादा करना जानती है, पर अपने मन की उलझन बताना उसे बिल्कुल नहीं आता है।