FIFA फाइनल में ऐसा क्या हुआ कि, भड़के दुनिया भर के फैंस

अर्जेंटीना की ऐतिहासिक जीत के बाद जब मेसी अवॉर्ड सेरेमनी के स्टेज पर पहुंचे तो कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी ने उन्हें काले और सुनहरे रंग की एक जालीदार पोशाक पहना दी। इस पोशाक को लेकर सोशल मीडिया पर बवाल मचा हुआ है।

कतर में आयोजित FIFA वर्ल्ड कप के फाइनल में अर्जेंटीना ने फ्रांस को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हराया। इसके साथ ही महान फुटबॉलर लियोनेल मेसी का अर्जेंटीना को वर्ल्ड कप जिताने का सपना भी पूरा हुआ। अर्जेंटीना के 36 साल बाद वर्ल्ड चैंपियन बनते ही फैंस में खुशी की लहर दौड़ गई। लेकिन जोश और जुनून की ये शाम उस वक्त एक विवाद में तब्दील हो गई जब मैच के बाद अवॉर्ड सेरेमनी में कप्तान मेसी को एक काले रंग का चोगा (पारंपरिक रोब) पहना दिया गया।

अर्जेंटीना की ऐतिहासिक जीत के बाद जब मेसी अवॉर्ड सेरेमनी के स्टेज पर पहुंचे तो कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी ने उन्हें काले और सुनहरे रंग का एक जालीदार चोगा पहना दिया। इसे लेकर सोशल मीडिया पर बवाल मचा हुआ है। कुछ लोग इस पर सवाल उठा रहे हैं तो कुछ इसके पक्ष में लिख रहे हैं। इस पोशाक का समर्थन कर रहे लोग इसे सम्मान का प्रतीक बता रहे हैं। जबकि आलोचक कह रहे हैं कि इस पोशाक ने मेसी की नेशनल टी-शर्ट और उस ‘मैजिक मोमेंट’ दोनों को ढक दिया।

दरअसल पूर्व फुटबॉलर गैरी लिनेकर ने बीबीसी पर कहा था, ‘अर्जेंटीना ने 1986 के बाद वर्ल्ड कप जीता है, इसलिए मैदान के हर कोने से खूबसूरत तस्वीरें आईं। यह एक मैजिक मोमेंट है। ऐसे में ये बड़े शर्म की बात है कि उन्होंने मेसी की नेशनल टी-शर्ट को एक काले रंग के रोब से ढक दिया।’ इस पर साथ बैठे अर्जेंटीना के पूर्व फुटबॉलर पैब्लो जेबालेटा ने कहा, ‘ऐसा क्यों हुआ? ये सब करने की कोई वजह नहीं थी।’ इसके बाद मेसी ने कतर का पारंपरिक रोब उतारा और अपनी नेशनल टीम की टी-शर्ट में ही जीत का जश्न मनाया। हालांकि इसे लेकर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ी हुई है।

क्यों खास होता है बिश्ट?

यूनिवर्सिटी ऑफ एक्सेटर में इस्लामिक स्टडीज के लेक्चरार मुस्तफा बेग ने एक न्यूज एजेंसी के हवाले से कहा, ‘बिश्ट एक ऐसा पारंपरिक लिबास है जो शादी के दिन दूल्हे, ग्रेजुएशन सेरेमनी में पास हुए छात्रों या किसी खास मौके पर किसी को सम्मानित करने के लिए पहनाया जाता है। ऐसे में कुछ चुनिंदा लोग ही बिश्ट पहनते हैं। इसी तरह अवॉर्ड सेरेमनी में मेसी को सम्मान देने के लिए बिश्ट पहनाया गया था।’

बेग ने यह भी बताया कि बिश्ट कतर की राष्ट्रीय पोशाक का भी प्रतिनिधित्व करता है। इसे केवल खास मौकों पर पहनाया जा सकता है। और ये एक बेहद खास मौका था, इसलिए मेसी को सम्मानित करने के लिए उन्हें ये पोशाक पहनाई गई थी। बेग ने कहा कि ये दृश्य देखकर उन्हें ऐसा लगा जैसे मेसी ने कतर की स्थानीय संस्कृति को गले से लगाया है। कतर के लिए ये बहुत अच्छी बात है।