हाल ही में पाकिस्तान के लाहौर में फैज फेस्टिवल आयोजित हुआ। जिसमें भारत की तरफ से जावेद अख्तर उपस्थित हुए। इस कार्यक्रम में बड़े-बड़े शायर-गीतकार उपस्थित हुए और अपने करियर से जुड़ी बातों पर चर्चा चली। शायर जगत के लिए एक वक्त यह फेस्टिवल बहुत खास हुआ करता था। पर भारत-पाकिस्तान के बीच आयी तकरार की वजह से इसका रंग थोड़ा फीका पड़ता जा रहा है। फिर भी ऐसे माहौल में जावेद साहब ने उपस्थिती दी और अपने शब्दों से पाकिस्तान को उनके ही घर में आईना दिखा डाला। जिसके चलते उनकी हर तरफ तारीफ हो रही है।
13 फरवरी को भारत और पाकिस्तान दोनों के समान रुप से लोकप्रिय शायर फैज अहमद फैज का जन्मदिवस रहता है। उन्हीं की याद में यह फेस्टिवल आयोजित किया जाता है। इस साल 7वां फैज फेस्टिवल आयोजित किया गया। जिसमें भारत के मशहूर गीतकार जावेद अख्तर शामिल हुए। जहां उनसे भारत-पाकिस्तान के रिश्ते को लेकर भी कई सवाल किए गए। जिसका जवाब जावेद जी ने अपने ही शायराना अंदाज में दिया।
जावेद अख्तर ने बड़े ही इज्जत भरे लहजे में धीमे स्वर के साथ तीखी बातें कही, जिस पर पाकिस्तान की जनता ने ही तालियां बजा कर हां भरी। जावेद साहब ने कहा “ हम तो बंबई के लोग हैं, हमने देखा है हमारे शहर पर कैसे हमला हुआ था, वो लोग नॉर्वे से तो नहीं आए थे, न इजिप्ट से आए थे, वो लोग अभी भी आपके मुल्क में घूम रहे हैं, ये शिकायत अगर हिंदुस्तानी के दिल में हो तो आपको बुरा नहीं मानना चाहिए”।
गीतकार जावेद अख्तर के इस बयान के बाद हर तरफ उनकी तारीफ हो रही है। अभिनेत्री कंगना रनौत ने भी उनकी तारीफ में कहा कि “जब मैं जावेद साहब की कविता सुनती हूं तो लगता था की कैसे मां सरस्वती जी की इन पर इतनी कृपा है, लेकिन देखो कुछ तो सच्चाई होती है इंसान में, तभी तो खुदाई होती है उनके साथ में.. जय हिंद जावेद साहब, घर में घुसकर मारा”। इस कार्यक्रम का पाकिस्तान के टीवी चैनल पर प्रसारण हुआ, जिसके बाद से ही सोशल मीडिया पर #javedakhtar छाया हुआ है। सभी जावेद अख्तर के इस अंदाज की बात कर रहे हैं।
सवाल जवाब सेशन में जावेद जी से पूछा गया कि आप में और शबाना आजमी में दोस्ती ज्यादा है या मोहब्बत, इसका उत्तर भी उन्होंने बहुत खूब दिया, जिस पर तालियां रुकने का नाम ही नहीं ले रही थी। जावेद जी ने फिर अपने गीतों की तरह कहा “ वो मोहब्बत, मोहब्बत ही नहीं है जिसमें दोस्ती न हो,और वो दोस्ती या मोहब्बत सच्ची ही नहीं है जिसमें इज्जत न हो”। जावदे जी ने कहा कि मैंने तो एक जगह लिखा है कि हमारी दोस्ती इतनी अच्छी है कि शादी भी उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकती।
पाकिस्तान के लाहौर में तीन दिनों तक यह फेस्टिवल चला। जिसमें कई बड़े संगीतकार-गायक उपस्थित हुए। कई सारे भारतीय गीत की प्रस्तुति हुई। पाकिस्तानी गायक अली ज़फ़र ने कई भारतीय गीतों पर प्रस्तुति दी। भारत-पाकिस्तान के हालात जैसे भी हो पर भारतीय गीतों की गूंज बहुत दूर-दूर तक छायी रहती है और हमेशा रहेगी।