भारत में आज कल एक नए तरह की एक रहस्य्मयी बीमारी के बारे में बात की जा रही है, जिसे लोग हवाना सिंड्रोम (Havana Syndrome) के नाम से जानते हैं। यह रहस्य्मयी बीमारी कई सालों से डॉक्टरों और साइंटिस्टों को परेशान कर रही है। इस रहस्य्मयी बीमारी ने अब भारत की भारत सरकार की चिंता भी बढ़ा दी हैं। क्योंकि हाल ही में देश में इस हवाना सिंड्रोम (Havana Syndrome) बीमारी जुड़े कुछ मामलें सामने आए हैं। भारत सरकार इस बीमारी को लेकर डाक्टर और साइंटिस्टों को गौर करने के लिए कहा जिसके बाद यह हवाना सिंड्रोम (Havana Syndrome) सुर्खियों में बना हुआ है।
हवाना सिंड्रोम (Havana Syndrome) क्या है ?
हवाना सिंड्रोम नामक यह रहस्य्मयी बीमारी नर्वस सिस्टम से संबंधित है। इस बीमारी की पहली 2016 में रिपोर्ट किया गया था। जब एक CIA कर्मचारियों ने माइग्रेन, मतली, याददाश्त में कमी, बिना किसी बाहरी शोर के आवाज सुनना और चक्कर जैसे लक्षणों का अनुभव करने की सूचना दी थी। उस दौरान कर्मचारी क्यूबा के हवाना में तैनात थे और तब से इस बीमारी का नाम हवाना सिंड्रोम पड़ा।
किन देशों में पाये गए है हवाना सिंड्रोम (Havana Syndrome) के मरीज?
अमेरिका की मीडिया एजेंसी के मुताबिक इस बीमारी पर काम कर रहे डॉक्टरों और साइंटिस्टों ने पिछले कुछ सालों में अमेरिका,कनाडा, ताइवान, ऑस्ट्रिया, जॉर्जिया, कोलंबिया, मॉस्को, किर्गिस्तान, पोलैंड, उज्बेकिस्तान और अन्य सहित दुनिया भर से हवाना सिंड्रोम के 200 से अधिक मामलों को रिपोर्ट किया है। अमेरिका में हुए शोध की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2021 में अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस वियतनाम के हनोई के लिए उड़ान भरने वाली थीं, लेकिन वियतनाम में एक अमेरिकी अधिकारी द्वारा लक्षणों की सूचना के बाद उनकी यात्रा का कार्यक्रम में कुछ बदलाव किया गया था।
भारत में कैसे आया सिंड्रोम(Syndrome) ?
उसी साल 2021 में भारत में इस तरह लक्षण वाला पहला मामला सामने आया था। जब एक अमेरिकी खुफिया एजेंसी का एक अधिकारी CIA निदेशक विलियम बर्न्स के साथ नई दिल्ली की यात्रा कर रहा था। तब से भारत सरकार इस रहयमयी बीमारी को लेकर सचेत है। हालांकि इस बीमारी से होने वाले दूरगामी परिणामों के बारे ने अभी ठीक से अनुमान लगाना मुश्किल है, लेकिन इस सिंड्रोम और इसके संभावित कारणों के बारे में अधिक जानने और समझने के लिए शोध जारी है।
इस रहस्यमयी बीमारी हवाना सिंड्रोम के लक्षण
हवाना सिंड्रोम नाम की इस रहस्यमयी बीमारी के मरीज में कई तरह के लक्षण मिलते हैं। लेकिन यह लक्षण केवल इस बीमारी से ग्रसित मरीज ही जान सकता है। इस बीमारी के लक्षण इस निम्न है-
- एक या दोनों कानों में दर्द होना
- अजीबोगरीब आवाज़ें सुनाई देना
- कुछ भी सुनाई न देना अथवा काम सुनाई देना
- याददास्त में कमी आना या चीजें जल्दी भूलना
- चक्कर आना
- जी मिचलाना और उल्टी आना
- धुंधला दिखाई देना