Thursday, September 19, 2024
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आज मिलेगा शिवशक्ति का आर्शीवाद, सुहाग की लंबी आयु के लिए करें 16 श्रृंगार

आज है सावन के शुक्ल पक्ष की तृतीया यानी की “हरियाली तीज” (Hariyali Teej)। सावन महीने में चारों ओर हरियाली होती है, इसलिए इसे हरियाली तीज (Hariyali Teej) कहते हैं। इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा का विशेष लाभ मिलता है। महिलाओं के लिए तीज (Hariyali Teej) का व्रत उनके सुहाग के लिए बहुत शुभकारी माना गया है। पूर्ण श्रृंगार कर महिलाएं आज शिवशक्ति की आराधना करती हैं, तो वैवाहिक जीवन में सुख शांति आती है।

हिन्दू मान्यताओं है अनुसार इसी दिन ही मां पार्वती ने भगवान शिव को अपनी कठोर तपस्या से प्राप्त किया था। इसलिए इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा की जाती है। इसके साथ ही हरियाली तीज पर वृक्ष, नदियों और जल के देवता वरुण की भी उपासना की जाती है। हरियाली समृद्धि का प्रतिक है, इसलिए हमारें चारो ओर छायी हरियाली को ध्यान रखकर हरे रंग का वस्त्र धारण करना भी अच्छा माना जाता है। इसके साथ ही हथेलियों पर हरी मेंहदीं को भी शुभ माना गया है।

बहुत शुभकारी है तीज 

Hariyali Teej

तीज का व्रत (Hariyali Teej) विवाहित महिलाओं और कुवांरी कन्याओं दोनों के लिए लाभदायक होता है। विवाहित महिलाओं के ये व्रत करने से पति के स्वास्थ्य पर अच्छा असर पड़ता है। वहीं कुवांरी कन्याएं यदि ये व्रत करती है तो विवाह में आने वाली अड़चनों से मुक्ति मिलती है।

दांपत्य जीवन में बनी रहेगी शांति 

इसके साथ ही यदि दांपत्य जीवन में लंबे समय से अनबन बनी हुई है तो आज के दिन महिला और पुरुष दोनो मिलकर पूजा करें। हरियाली तीज (Hariyali Teej) के दिन शिव जी को पीला वस्त्र और मां पार्वती को लाल वस्त्र अर्पित करें। दांपत्य जीवन की बेहतरी के लिए आज के दिन की आराधना का विशेष लाभ मिलता है।

कैसे करें हरियाली तीज की पूजा 

Hariyali Teej

ये व्रत वैसे तो बहुत साधारण है। हरियाली तीज के दिन सुबह स्नान कर व्रत रखें। विवाहित महिलाएं इस दिन अपने श्रृंगार पर भी विशेष ध्यान दें। 16 श्रृंगार कर तैयार हों। इसके बाद घर में ही शिव-पार्वती की पूजा करें। सावन का महीना चल रहा है तो दूध,दही से शिव का अभिषेक करें। इसके बाद घी का बड़ा दीपक जलाएं। शिव को पीला वस्त्र और माता को लाल वस्त्र चढ़ाएं। मां पार्वती को श्रृंगार का हर सामान चढ़ाएं। इसके बाद भगवान शंकर की आरती करें। ये पूजा सुबह और शाम दोनों समय की जाती है। पूजा के बाद विवाहित महिलाएं श्रृंगार का सामान अन्य विवाहित महिलाओं को भेट करें। इससे सुहाग की लंबी आयु होगी और स्वास्थ्य में भी लाभ मिलेगा।

पुरुषों के लिए भी लाभकारी ये व्रत 

यदि किसी पुरुष के विवाह में लंबे समय से बाधाएं आ रहा ही हैं, तो उन्हें भी यह व्रत करना चाहिए। शिव पार्वती की पूजा से कुंडली में आने वाली विवाह संबंधी हर परेशानी से मुक्ति मिलेगी। साथ ही जल्द ही एक अच्छा लाइफ पार्टनर भी मिलेगा।

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