ज्ञानवापी पर सुनवाई से बढ़ सकती हैं अखिलेश यादव और ओवैसी की मुश्किलें

ज्ञानवापी (gyanvapi mosque varanasi court) परिसर में तहखाने में पूजा करने का अधिकार मिलने के बाद आज एक बार फिर वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद से जुड़े कई मामलों पर आज जिला अदालत में सुनवाई होने वाली है। जिसमें विशेष रूप से ज्ञानवापी परिसर को वापस हिन्दुओं को देने की याचिका प्रमुख है।

क्या है पूरा मामला ?

gyanvapi mosque varanasi court

ज्ञानवापी में नए मंदिर के निर्माण और हिंदुओं को पूजा-पाठ करने का अधिकार देने की मांग को लेकर स्वयंभू विश्वेश्वर ज्योतिर्लिंग की 15 अक्टूबर 1991 को दाखिल मुकदमे की सुनवाई जिला जज की अदालत में स्थानांतरित करने की मांग को लेकर दाखिल प्रार्थना पत्र पर भी आज सुनवाई होने जा रही है।

क्या है सुनवाई के प्रमुख उद्देश्य?

ज्ञानवापी (gyanvapi mosque varanasi court) परिसर को लेकर होने वाली अदालत की सुनवाई का मुख्य उद्देश्य ज्ञानवापी में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर रोक, मां शृंगार गौरी के नियमित दर्शन-पूजन व सांस्कृतिक विरासत को सहेजने के लिए मस्जिद को हटाकर उस स्थान पर मंदिर बनाने की है।

अदालत ने दायर याचिका में ज्ञानवापी हिंदुओं को सौंपने, वहां मिले शिवलिंग की पूजा का अधिकार देने और पूजा से रोकने वालों का प्रवेश प्रतिबंधित करने की मांग की गयी है।

अखिलेश यादव और ओवैशी पर हो सकता है केस दर्ज़?

gyanvapi mosque varanasi court

ज्ञानवापी स्थित वुजूखाना में गंदगी करने और वहां मिले शिवलिंग पर बयान देकर हिंदुओं की भावना आहत करने का आरोप लगाते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग को लेकर वकील हरिशंकर पांडेय की ओर से दाखिल प्रार्थना पत्र पर अपर जिला जज आज अदालत सुनवाई करेंगे।