वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज बजट 2024 (Budget 2024) पेश करने जा रही हैं। इस बजट से जनता को काफी उम्मीद है। 11 बजे वित्त मंत्री अपना बजट पेश करेंगी। जिसमें महिलाओं को उम्मीद है की उनके लिए बहुत कुछ खास होने वाला है इसमें।
बजट तैयार करने की प्रक्रिया कई चरणों में होती है और इसमें विभिन्न हितधारकों की भागीदारी होती है। यहां बजट तैयार करने की प्रक्रिया आपको इस आर्टिकल में मिल रही हैं।
- प्रारंभिक योजना और दिशानिर्देश:
- वित्त मंत्रालय बजट (Budget 2024) प्रक्रिया की शुरुआत करता है और सभी मंत्रालयों, विभागों, और संबंधित एजेंसियों को बजट दिशानिर्देश भेजता है।
- यह दिशानिर्देश आने वाले वित्तीय वर्ष की प्राथमिकताओं, वित्तीय नीतियों और प्रस्तावित खर्चों का विवरण होता है।
- विभागीय प्रस्ताव:
- सभी मंत्रालय और विभाग अपने-अपने बजट प्रस्ताव तैयार करते हैं और वित्त मंत्रालय को भेजते हैं।
- इन प्रस्तावों में आगामी वित्तीय वर्ष के लिए अनुमानित खर्च और परियोजनाओं का विवरण होता है।
- आंकड़ों का संकलन और विश्लेषण:
- वित्त मंत्रालय पिछले वित्तीय वर्ष के आय और व्यय के आंकड़ों का विश्लेषण करता है।
- राजस्व, व्यय, और वित्तीय घाटे का आकलन किया जाता है।
- विभिन्न हितधारकों से परामर्श:
- वित्त मंत्रालय विभिन्न उद्योग संघों, व्यापार संगठनों, आर्थिक विशेषज्ञों, और आम जनता से सुझाव प्राप्त करता है।
- राज्यों के वित्त मंत्रियों के साथ बैठकें आयोजित की जाती हैं ताकि राज्य स्तर की प्राथमिकताओं और जरूरतों को समझा जा सके।
- वित्तीय नीतियों का निर्धारण:
- आगामी वित्तीय वर्ष की प्राथमिकताओं और नीतियों का निर्धारण किया जाता है।
- विभिन्न योजनाओं और परियोजनाओं के लिए आवंटन का निर्णय लिया जाता है।
- बजट का मसौदा तैयार करना:
- वित्त मंत्रालय सभी प्रस्तावों और सुझावों को ध्यान में रखते हुए बजट का मसौदा तैयार करता है।
- इस मसौदे में विभिन्न मंत्रालयों और विभागों को आवंटित धनराशि का विवरण होता है।
- प्रधानमंत्री और कैबिनेट की मंजूरी:
- बजट का मसौदा प्रधानमंत्री और कैबिनेट को प्रस्तुत किया जाता है।
- प्रधानमंत्री और कैबिनेट की मंजूरी के बाद बजट को अंतिम रूप दिया जाता है।
- बजट दस्तावेजों की तैयारी:
- बजट भाषण, वार्षिक वित्तीय विवरण, और अन्य संबंधित दस्तावेज तैयार किए जाते हैं।
- इन दस्तावेजों को अंतिम रूप देकर मुद्रण के लिए भेजा जाता है।
- बजट का प्रस्तुतिकरण:
- बजट को संसद में प्रस्तुत किया जाता है, आमतौर पर फरवरी के अंतिम सप्ताह में।
- वित्त मंत्री बजट भाषण देते हैं जिसमें आगामी वित्तीय वर्ष के लिए सरकार की प्राथमिकताओं और योजनाओं का विवरण होता है।
- संसद में बहस और अनुमोदन:
- संसद में बजट पर विस्तृत बहस होती है।
- संसद की स्थायी समितियों द्वारा बजट प्रस्तावों की समीक्षा की जाती है।
- अंततः संसद द्वारा बजट को मंजूरी दी जाती है।
- बजट का कार्यान्वयन:
- मंजूरी मिलने के बाद बजट को कार्यान्वित किया जाता है।
- विभिन्न मंत्रालय और विभाग अपने-अपने आवंटन के अनुसार परियोजनाओं और योजनाओं को लागू करते हैं।
इस प्रक्रिया के माध्यम से, सरकार यह सुनिश्चित करती है कि बजट न केवल वित्तीय स्थिरता को बनाए रखे, बल्कि विकास और जनकल्याण की प्राथमिकताओं को भी पूरा करे।
इस प्रकार बजट तैयार किया जाता है। बजट प्रस्तुत करने के बाद वित्त मंत्री मीडिया के सामने भी चर्चा करते हैं। जो आज के बजट के बाद भी होगा।