बॉलीवुड के मशहूर आर्ट डायरेक्टर नितिन देसाई (Nitin Desai) ने 2 अगस्त को तड़के सुबह आत्महत्या कर ली। उनके जाने की खबर फिल्म जगत के बड़ी क्षति है। कई बड़ी फिल्मों का सुंदर सेट तैयार करने वाले नितिन देसाई (Nitin Desai) की मौत की वजह करोड़ो का कर्ज बताया जा रहा है। पर सवाल ये कि फिल्मी दुनिया में इस तरह की आत्महत्याएं क्यों हो रही है? नितिन देसाई कोई उभरती कला का व्यक्तित्व नहीं था, बल्कि वह एक अनगिनत सफलताओं से भरा जीवन था। उन्हें 4 बार नेशनल फिल्म अवॉर्ड मिल चुका था। आज के कई बड़े कलाकारों ने उनके साथ अपने करियर की शुरुआत की थी। यदि सच में नितिन देसाई (Nitin Desai) परेशानी में थे, तो उनके साथी कलाकारों में से किसी ने भी इसे भांपा कैसे नहीं? किसी ने ये उन्हें ये अहसास क्यों नहीं दिलाया की आपका हुनर इस समस्या से अधिक बड़ा नहीं?
आज नितिन देसाई हमारे बीच नहीं पर उनका अनमोल योगदान सदा के लिए याद किया जाएगा। जब भी कहीं आर्ट डायरेक्टर की बात होगी तो उनका नाम सबसे पहले लिया जाएगा। नितिन देसाई ने फिल्मों को अपनी कला से खूबसूरत रुप दिया पर उनकी खुद की लाइफ अंधकार में डूब गई है। उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं उनके करियर के सुनहरे पलों को पलटकर…
#UPDATE आर्ट डायरेक्टर नितिन देसाई का पोस्टमॉर्टम 4 डॉक्टरों की टीम ने किया है। प्रारंभिक निष्कर्षों के अनुसार मृत्यु का कारण फांसी है। आगे की जांच जारी है: रायगढ़ पुलिस https://t.co/3UchiX3s5n
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 2, 2023
नितिन देसाई की काबिलियत के हर कोई वाकिफ़ है। उन्होंने करीब 250 एड फिल्में और 180 फिल्में की हैं। इसके साथ ही करीब 100 टीवी शोज में बतौर आर्ट डायरेक्टर उन्होंने काम किया है। इतना अधिक आर्ट डायरेक्शन का अनुभव बहुत कम लोगों के नाम ही रहा है। वे फिल्म की कहानी के हिसाब से उसे उस समय में आसानी से ढालना जानते थे।
अपने शानदार करियर में नितिन देसाई को हर तरह के बड़े से बड़े अवॉर्ड मिल चुके हैं, जिनमें 4 बार नेशनल अवॉर्ड मिलना बहुत बड़ी बात है। फिल्म “हम दिल दे चुके सनम” अपनी कहानी के साथ ही अपने शानदार सेट के लिए बहुत जानी गई। जिसे नितिन देसाई ने संजाया था। इसके साथ ही अकबर जोधा फिल्म की एतिहासिक कहानी को भी नितिन देसाई ने ही साकार रुप दिया था। उनको मिल अवॉर्ड के बारे में जानते हैं-
1-नेशनल फिल्म अवॉर्ड
डा. बाबा साहेब अंबेडकर (1999)
हम दिल दे चुके सनम ( 2000)
लगान ( 2002)
देवदास ( 2003)
2- फिल्मफेयर बेस्ट डायरेक्शन अवॉर्ड
1942: अ लव स्टोरी ( 1995)
खामोशी ( 1997)
देवदास (2003)
3- IFA बेस्ट आर्ट डायरेक्शन अवॉर्ड
जोधा अकबर ( 2009)
4- स्क्रीन अवॉर्ड
1942 अ लव स्टोरी ( 1995)
खामोशी: द म्यूजिकल (1996)
हम दिल दे चुके सनम ( 1999)
जोश ( 2000)
लगान ( 2001)
गांधी, माई फादर (2008)
नितिन देसाई का पूरा नाम पूरा नाम नितिन चंद्रकांत देसाई था। जिनका जन्म दापोली, महाराष्ट्र में हुआ 9 अगस्त, 1965 को हुआ था। अपने जन्मदिन के कुछ दिनों पहले ही उन्होंने आत्महत्या कर ली। TV शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ का शानदार सेट भी नितिन देसाई ने ही तैयार किया है। शानदार ND स्टूडियो मुंबई से 80 किलोमीटर दूर कर्जत में बनाने के बाद नितिन देसाई का नाम और भी प्रसिद्ध हो गया था। ये स्टूडियो उनके सपनों का महल था। जिसे बनाने में उन्होंने अपना सब कुछ लगा दिया। ND स्टूडियो उनकी सबसे प्यारी रचना थी, उन्होंने इसी स्टूडियों में भी फांसी लगा ली।