कौन हैं भारत की मिसाइल वुमन, PM मोदी भी मानते है जिनके हुनर का लोहा

आपने मिसाइल मैन के बारे में तो बहुत कुछ पढ़ा और सुना होगा, हमारे 11वें राष्ट्रपति डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम जी को पूरी दुनिया मिसाइल मैन के नाम से जानती है। परन्तु क्या आप जानते है कि भारत की मिसाइल वुमन कौन है अगर नहीं तो चलिए आज हम आपको बताते है कि वह महिला कौन है जिसे भारत की मिसाइल वुमन भी कहा जाता है।

जी हां, हम बात कर रहे हैं डॉ तेसी थॉमस की। जिन्हें “भारत की मिसाइल महिला” के नाम से भी जाना जाता है। तेसी थॉमस एक ऐसी अद्भुत व्यक्ति हैं जो भारत के रक्षा क्षेत्र में, विशेष रूप से मिसाइल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। एक वैज्ञानिक और इंजीनियर के रूप में, तेसी थॉमस ने भारतीय महिलाओं के लिए प्रेरणास्त्रोतबन गई है, जो संकल्प, बुद्धिमत्ता और साहस का प्रतीक हैं। उनका अटुट समर्पण और अद्भुत उपलब्धियाँ नई ऊंचाइयों तक भारत की मिसाइल क्षमताओं को पहुंचाने में सहायता कर चुकी हैं।तेसी थॉमस का जन्म 25 अप्रैल, 1963 को केरल, भारत में हुआ था। गरीब परिवार में बड़ी हुई, उन्हेोनें बचपन से ही शिक्षा और कठिन परिश्रम पर बहुत जोर दिया। छोटी उम्र से ही विज्ञान और गणित में रुचि रखने के साथ, तेसी ने स्टी. जोसेफ कॉलेज, त्रिवेंद्रम से भौतिकी में स्नातक की डिग्री हासिल की। भौतिकी में स्नातक डिग्री लेने के बाद तेसी ने पुणे के इंस्टीट्यूट ऑफ आर्मामेंट टेक्नोलॉजी (अब डिफेन्स इंस्टिट्यूट ऑफ़ एडवांस टेक्नोलॉजी के नाम से जाना जाता है) से गाइडेड मिसाइल सिस्टम की मास्टर डिग्री पूरी की।

अपनी शिक्षा पूर्ण करने के बाद, तेसी थॉमस ने भारतीय रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) में शामिल हुईं। उनका डीआरडीओ में सफर रडार प्रणालियों के क्षेत्र में शुरू हुआ, जहां उन्होंने जल्दी ही खुद को एक प्रतिभाशाली इंजीनियर के रूप में स्थापित किया। उनकी समर्पण और विशेषज्ञता ने उनके अधिकारियों का ध्यान आकर्षित किया, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें मशहूर इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम (आईजीएमडीपी) में शामिल किया गया।

इसके बाद से उन्होंने भारतीय मिसाइल प्रौद्योगिकी की विभिन्न पहलों में अहम भूमिका निभाई है। डॉ तेसी थॉमस के नेतृत्व में ही भारत की सबसे लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइल अग्नि-V को विकसित गया है। अग्नि-V जिसे भारत की प्रथम इंटरकॉन्टिनेंटल बलैस्टिक मिसाइल माना जाता है। डॉ तेसी थॉमस के द्वारा विकसित की गई अग्नि-IV की प्रसंशा प्रधानमंत्री मोदी जी ने भी की है।तेसी थॉमस की प्रेरणादायक कहानी हमें यह सिखाती है कि किसी भी क्षेत्र में महिलाओं का महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है। उनकी प्रगतिशील सोच, मेहनत और विज्ञान के क्षेत्र में उनकी उच्च स्थानांकित योग्यता भारतीय महिलाओं के लिए एक प्रेरणा स्रोत हैं। उनका योगदान देश की मिसाइल क्षमताओं को बढ़ाने में महत्वपूर्ण रहा है और भारत को गर्व महसूस कराता है। तेसी थॉमस ने अपनी मेहनत और संकल्प के जरिए नये मानदंड स्थापित किए हैं और महिलाओं को उन्नति के मार्ग पर प्रेरित किया है। उनके सामर्थ्य और प्रशंसानीय उपलब्धियों से भारत आगे बढ़ रहा है और तकनीकी उन्नति में मजबूत हो रहा है।