जामिया हिंसा के 11 आरोपी बरी, फिर भी जेल में शरजील इमाम…

2019 जामिया हिंसा केस में दिल्ली कोर्ट ने 11 आरोपियों को बरी कर दिया है। इसमें शरजील इमाम, सफूरा जरगर, आसिफ इकबाल तन्हा का नाम शामिल था। जज अरुल वर्मा ने कहा की पुलिस ने मनमाने तरीके से किसी को भी पकड़ लिया। कोर्ट के अनुसार पुलिस की पकड़ से असली गुनहगार बच निकले हैं। इस मामले में बरी होने के बाद भी शरजील इमाम अभी जेल में ही रहेंगे, जिसकी वजह उनके ऊपर लगे दूसरे आरोप। जिसमें भड़काऊ भाषण देने की वजह से  अभी इसमें लिप्त सभी आरोपी जेल में रहेंगे।

क्या है मामला

जामिया मिलिया इस्लामिया में 2019 में CAA- NRC कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुआ था जिसमें हिंसा फैल गई थी। इस मामले में पुलिस ने शरजील इमाम समेत कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इसी मामले में आज गिरफ्तार किए आरोपियों को डिस्चार्ज किया गया है। कोर्ट में अभियोजन पक्ष को फटकार लगाते हुए अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश अरुल वर्मा ने कहा कि पुलिस ने मनमाने तरीके से प्रदर्शनकारी भीड़ में से जिसे चाहा उसे उठा लिया। कोर्ट के अनुसार सिर्फ धरना स्थल पर मौजूदगी होने से कोई आरोपी नहीं बनाया जा सकता है।

इस मामले में बरी होने के बावजूद शरजीम इमाम अभी जेल में ही रहेंगे। उनके खिलाफ 2020 के उत्तर पूर्वी दिल्ली दंगों से जुड़े मामलों में भी कई FIR दर्ज हैं। स्पेशल केस ने तन्हा और जरगर को भी आरोपी बनाया है। पिछले साल निचली अदालत ने शरजील के खिलाफ आईपीसी की धारा में राजद्रोह, दुश्मनी को बढ़ावा देना, राष्ट्रीय एकता पर प्रतिकूल आरोप और गैरकानूनी गतिविधियों के लिए सजा के तहत आरोप तय करने का आदेश दिया था।

शरजील इमाम ने आईआईटी बॉम्बे से बीटेक और एमटेक किया है, 2013 में शरजील ने जेएनयू में आधुनिक इतिहास में पीजी की डिग्री पूरी की है। शरजील बिहार के जहानाबाद जिले का रहने वाला है, इनका परिवार जहानाबाद के काको में रहता हैं।

अभी शरजील अपने भड़काऊ बयान की वजह से जेल में हैं, जिसमें उसने असम को इंडिया से काट देने की बात कही थी। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने मामले की जांच की थी। इस मामले में शरजील पर देशद्रोह और UAPA लगाया गया था। जिस वजह से वे अभी जेल में हैं।