चक्रवाती तूफान “बिपरजॉय” पहुंचा गुजरात, तेज हवाओं के साथ हो रही भारी बारिश

अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय 14 जून को गुजरात के कच्छ से टकराएगा। उससे पहले ही समंदर अशांत हो गया है। तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है। गुजरात के 8 जिलों में पूरी तरह अलर्ट जारी कर दिया गया हैं। केंद्र सरकार लगातार नजर बनाए हुए है। केंद्रीय मंत्रियों को अलग-अलग जिलों की जिम्मेदारी सौंप दी गई है और वो मौके पर मौजूद हैं। अरब सागर में उठे इस चक्रवाती तूफान बिपरजॉय ने दहशत का शोर मचा रखा है। हर कोई इस आने वाले खतरे को लेकर डरा हुआ है। जहां-जहां तक समंदर की लहर पहुंच सकती हैं। इस तूफान की आहट तबाही के निशान दिखाने लगी है।

चक्रवाती तूफान बिपरजॉय 14 जून की सुबह तक एक अति प्रचण्ड चक्रवाती तूफान बनकर सौराष्ट्र-कच्छ और उससे लगे पाकिस्तान के तटों को माण्डवी (गुजरात) एवं कराची (पाकिस्तान) के मध्य में स्थित जखाऊ बंदरगाह के पास पार कर सकता है। इस बढ़ते खतरे को देखते हुए गुजरात के कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। सरकार की तरफ से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।

चक्रवाती तूफान बिपरजॉय से संभवत: काफी अधिक नुकसान हो सकता है। गुजरात में कच्छ, देवभूमि द्वारका, जामनगर जिलों में 14 जून को 20 सेंटीमीटर से अधिक बारिश होने के साथ तेज़ हवाऐं भी चलेंगी। आमतौर पर इन इलाकों में इतनी अधिक बारिश नहीं होती। इसलिए इससे निचले इलाकों में बाढ़ आने की आशंका है।

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश के बाद सभी प्रभावित होने वाले तटीय इलाकों से आम लोगों को प्राथमिकता के तौर पर जल्दी से जल्दी हटाया जा रहा है। मौसम विभाग ने प्रभावित होने वाले तटीय इलाकों के लोगों से अपील की है कि वो जल्दी से जल्दी सुरक्षित जगहों पर चले जाएं, और प्रशासन का सहयोग करें। अगले कुछ दिनों तक तटीय इलाके के लोगों को भी घर पर ही रहने सलाह दी जा रही है।

गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को Cyclone Biparjoy पर राज्यों के आपदा प्रबंधन मंत्रियों, गुजरात के मुख्यमंत्री और 8 प्रभावित होने वाले क्षेत्रों के सांसदों और वरिष्ठ अधिकारीयों के साथ दो हाई-लेवल मीटिंग कर तैयारियों की समीक्षा की। साथ ही गृहमंत्री ने बाकि प्रभावित होने वाले राज्यों को भी दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं।

चक्रवाती तूफान “बिपारजॉय” 13 जून 2023 को भारतीय समयानुसार 1430 बजे गुजरात के द्वारका से 300 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम, पोरबंदर से 330 किमी पश्चिम, जखाऊ बंदरगाह से 320 किमी दक्षिण पश्चिम, नलिया से 340 किमी दक्षिणपश्चिम और पाकिस्तान के कराची से 430 किमी दक्षिण में स्थित था। इसके देर रात 3 बजे गुजरात के तट से टकराने की संभावना है।