मणिपुर वीडियो मामला: CJI ने कहा “महिलाओं का एक औजार की तरह इस्तेमाल कभी स्वीकार नहीं”

एक वीडियो ने बुधवार 19 जुलाई से पूरे देश में हलचल मची दी, जो मणिपुर (manipur) के कांगपोकपी जिले का है। इस वीडियो में  आरोपियों की भीड़ के बीच 2 महिलाओं को नग्न कर सड़क पर घुमाया जा रहा है। इस भयावक दृश्य को इंटरनेट के जरिए लाखों लोगों मे दिखे। जिसकी हलचल आज पूरे देश में मची है, मणिपुर (manipur) से लेकर दिल्ली के जंतर मंतर तक लोगों ने विरोध जताना शुरु कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने भी कड़ा आदेश दिया है और मामले पर जल्द से जल्द कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। इन सभी के बीच देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। जिसके बाद मामले पर तीव्रता से कार्रवाई शुरु हो गई है।

मणिपुर का ये वीडियो 4 मई का है। राजधानी इंफाल से लगभग 35 किलोमीटर दूर कांगपोकपी जिले में आरोपियों का हूजुम 2 महिलाओं को निर्वस्त्र कर सड़क पर घुमा रहा है, इस दौरान मौजूदा सभी आरोपी महिलाओं के साथ अश्लील हरकतें भी कर रहे हैं। जिसका वीडियो 19 जुलाई को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। मामले के सामने आते ही मणिपुर में काले कपड़े पहनकर लोग सड़कों पर प्रदर्शन करने लगे, सभी आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की जा रही है, और महिलाओं के साथ इस प्रकार की दुखद घटना पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा-

“वीडियो देखकर हम बहुत परेशान हुए हैं। हम सरकार को वक्त देते हैं कि वो कदम उठाए। यदि वहां कुछ नहीं हुआ तो हम कदम उठाएंगे।” इसके साथ ही CJI ने कहा कि सांप्रदायिक संघर्ष के दौरान महिलाओं का एक औजार की तरह इस्तेमाल कभी स्वीकार नहीं किया जा सकता है। यह संविधान का सबसे घृणित अपमान है। मामले में अगली सुनवाई शुक्रवार को होगी।

देश के प्रधानमंत्री जी का बयान 

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मेरा दिल आज पीड़ा और क्रोध से भरा है। ये घटना किसी भी सभ्य समाज के लिए शर्मसार करने वाली घटना है। मणिपुर की बेटियों के साथ जो हुआ, उसे कभी माफ नहीं किया जा सकता। ये बेइज्जती पूरे देश की हो रही है।’ उन्होंने ये भी कहा- ‘मैं सभी मुख्यमंत्रियों से कहता हूं कि कानून-व्यवस्था को मजबूत करें। माताओं-बहनों की रक्षा के लिए सख्त कदम उठाएं। हिंदुस्तान के किसी भी कोने या किसी भी राज्य में राजनीतिक वाद-विवाद से ऊपर उठकर कानून-व्यवस्था और बहनों का सम्मान प्राथमिकता है।’

पुलिस ने क्या मामला दर्ज किया – मणिपुर (manipur) पुलिस ने इस वीडियो के आधार पर किडनैपिंग, गैंगरेप और हत्या का मामला दर्ज किया है। इसके साथ ही अब तक एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है अन्य की तलाश जारी है।

मुख्यमंत्री का बयान-  मामले पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मुख्यमंत्री भी सामने आएं। CM एन बीरेन सिंह ने कहा है कि हम सभी आरोपियों की मौत की सजा दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे।

घटना की पूरी कहानी

ये घटना 4 मई दोपहर करीब 3 बजे की है मानी जा रही है जिसमें करीब 800-1000 लोग कांगपोकपी जिले में स्थित एक गांव में घुस आएं। उन्होंने घरों में तोड़फोड़ की जेवरात लूट लिए। हमलावरों में मैतेई युवा संगठन, मैतेई लीपुन, कांगलेइपाक कनबा लुप, अरामबाई तेंगगोल और विश्व मैतेई परिषद, अनुसूचित जनजाति मांग समिति के लोग शामिल। हमलावरों के डर से कई लोग जंगल की ओर भाग गए, उन्हें नोंगपोक सेकमाई पुलिस ने बचाया।

हमलावरों के पास कई हथियार भी थे। उन्होंने सभी लोगों को पुलिस की हिरासत से छुड़ा लिया। इसके बाद 3 महिलाओं को कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया। हमलावरों ने महिलाओं के साथ गैंगरेप किया और फिर उन्हें सड़क पर घूमाते रहें। मणिपुर में लंबे समय से मैतेई और कुकी दो समुदाय के बीच हिंसा चल रही है। जिसका नतीजा आज पूरा देश देख रहा है।