बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन और सुपरस्टार धर्मेंद्र की ऑनस्क्रीन मां सुलोचना लाटकर का रविवार शाम 94 साल की उम्र में निधन हो गया है। वे लंबे समय से सांस की तकलीफ से परेशान थीं। उन्होने बॉलीवुड सहित मराठी सिनेमा की करीब 250 से अधिक फिल्मों में काम किया है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर दुख प्रकट किया साथ ही सुलोचना जी के सिनेमा जगत में दिए गए विशेष योगदान का जिक्र भी किया। सुलोचना जी का अंतिम संस्कार 5 जून 2023 को मुंबई दादर के शिवाजी पार्क शमशान घाट में किया जाएगा। उससे पहले उनके प्रभादेवी स्थित निज निवास पर कई हस्तियां उनके दर्शन करने आ सकती हैं…
अमिताभ बच्चन की शानदार फिल्में जिनका हर कोई फैन हैं, उन्हीं फिल्में में सुलोचना लाटकर उनकी मां का किरदार निभाया करती दिखी हैं। फिल्मी कलाकार उन्हें अमिताभ और धर्मेंन्द्र की मां कहते थे, जिसकी यही सबसे बड़ी वजह थी उन्होंने दोनों ही एक्टर की फिल्मों में मां का रोल निभाया था। उनकी खास फिल्में ‘हिम्मतवाला’, ‘फुलवारी’, ‘गुलामी’, ‘राजतिलक’, ‘खून भरी मांग’, ‘प्रेम गीत’, ‘दोस्ताना’, ‘नागिन’, ‘रईस’, ‘कोरा कागज’ और ‘जीत’ है।
सुलोचना लाटकर ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत साल 1942 में की थी। उनकी आखिरी फिल्म साल 2007 में आई ‘परीक्षा’ थी। दमदार एक्टिंग के चलते उन दिनों हर डायरेक्टर उन्हें अपनी फिल्म में कास्ट करना चाहता था। अभिनय के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए सुचोलना लाटकर को कई सारे सम्मान भी मिल चुके हैं। उन्हें साल 1999 में भारत सरकार ने पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया। इसके बाद साल 2004 में फिल्मफेयर ने भी लाइफटाइम अर्चीवमेंट अवॉर्ड से उन्हें पुरस्कृत किया। इसके साथ ही बेहतरीन अदाकारा को महाराष्ट्र सरकार ने भूषण अवॉर्ड से भी नवाजा है।
महानायक अमिताभ बच्चन के साथ कई सारी फिल्मों में मां का रोल निभा चुकीं सुलोचना लाटकर उनके प्रति विशेष लगाव भी रखती थीं। अमिताभ बच्चन के 75वें बर्थडे पर उन्होंने एक विशेष लैटर भी लिखा था, जिसे पढ़कर अमित जी भावुक हो गए थे। बच्चन जी हमेशा फिल्मी कार्यक्रम में उनके चरण स्पर्श कर आर्शीवाद लेते नजर आते रहे हैं। सुलोचना जी अब हमारे बीच नहीं रही हैं, पर उनका नाम हमेशा के लिए अमर हो गया है।