हमेशा हंसाने वाले मिस्टर इंडिया के “कैलैंडर” ने कहा अलविदा ..

बॉलीवुड के प्रसिद्ध एक्टर और डायरेक्टर सतीश कौशिक का निधन हो गया है। सिनेमा जगत के लिए ये बड़ी दुखद खबर है। देर रात दिल्ली के पास गुरुग्राम में दिल का दौरा पड़ने से इनकी मृत्यु हो गई। जिसकी जानकारी उनके करीबी दोस्त अभिनेता अनुपम खेर ने सोशल मीडिया के जरिए दी। मृत्यु से पहले वे दिल्ली किसी जरुरी काम से आए थे, उसी दौरान उन्हें अचानक हार्ट अटैक आया और तुरंत गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पातल उन्हें ले जाया गया। जहां उन्हें मृत्य घोषित कर दिया गया, फिलहाल उनका पार्थिव शव दिल्ली के दीनदयाल अस्पताल में हैं, जिसे शाम तक मुंबई लाया जाएगा।

सतीश कौशिक का बॉलीवुड फिल्मों में बहुत बड़ा योगदान रहा। एक लंबे अरसे तक इनकी बड़ी-बड़ी फिल्में रिलीज हुई। जिसमें अधिकांश फिल्में सुपरहिट रही। लगभग हर उम्र के कलाकारों के साथ इन्होंने काम किया है। इनके साथ काम करने वाले कलाकारों के अनुसार कौशिक हमेशा हंसते मुस्कुराते रहते थे। उनके काम करने का अंदाज बहुत की अच्छा रहता था।

हरियाणा में हुआ था जन्म

सतीश कौशिक का जन्म 13 अप्रैल 1956 को हरियाणा के महेंद्रगढ़ में हुआ था। उन्होंने अपना ग्रेजुएशन दिल्ली के किरोड़ीमल कॉलेज से किया। उसके बाद नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा और फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से पढ़ाई की। इनकी पहली डेब्यू फिल्म “जाने भी दो यारों” थी, जिसमें उन्होंने नसीरुद्दीन शाह के सथ काम किया था।

एक्टिंग की शुरुआत

मिस्टर इंडिया के कैलेंडर किसे नहीं याद होंगे, जिन्हें बच्चें परेशान करते रहते थे, और वे अपने ही अंदाज में बात करते थे। यह फिल्म सतीश कौशिक की बतौर एक्टर पहली फिल्म थी। जिसके बाद उनकी हिन्दी फिल्मों में एक अलग पहचान बन गई। यहां से चल पड़ा उनका शानदार फिल्मी सफर , एक के बाद एक बड़ी-बड़ी हिट फिल्मों में उन्होंने काम किया। वैसे तो इन्होंने हर तरह के रोल बहुत ही अच्छे से किए पर इनकी कॉमेडी सबसे ज्यादा लोगों को पसंद आती थी। कॉमेडी में इनका कोई भी मुकाबला नहीं कर सकता था।

डायरेक्शन की शुरुआत

साल 1993 में आयी फिल्म “रुप की रानी और चोरों का राजा”। इस फिल्म से सतीश कौशिक ने अपने निर्देशन करियर की शुरुआत की। उन्होंने कई सारी फिल्मों का निर्देशन किया। उनके निर्देशन की लगभग हर फिल्म हिट रही। सतीश कौशिक का फिल्मी करियर बहुत फैला हुआ है,जहां जरुरत रही उन्होंने एक्टिंग की जहां उन्हें लगा की वे निर्देशन कर सकते हैं उन्होंने ये काम किया। फिल्म “राम लखन” और “साजन चले ससुराल” के लिए उन्हें दो बार बेस्ट कॉमेडियन का फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला था। अपने फिल्मी करियर में उन्होंने लगभग 100 फिल्मों में काम किया।

दुखों से लड़कर जिंदगी का स्वागत किया

 

जहां बड़े पर्दे पर वो हमेशा लोगो को हंसाते रहते थे वहीं उनकी पर्सनल लाइफ में वे बड़े दुखी रहे, जिसकी वजह थी साल 1996 में उनके 2 साल के बेटे की मृत्यु। बेटे के गम में वे बहुत दुखी रहने लगे। पर कहते हैं ना, जो सबको हंसता है भगवान भी उसकी खुशी का ख्याल रखता है। तो ऐसा ही हुआ 16 साल बाद उनके घर में फिर बच्चें की किलकारियां गूंजी। सारोगेरी के जरिए उनकी पत्नी शशि कौशिक ने एक बच्ची को जन्म दिया। जिसका नाम वंशिका है। सतीश कौशिक आज हमारे साथ नहीं है पर लोगों के दिलों में जो जगह उन्होंने बनाई है, वो कभी नहीं खत्म होगी। हर छोटे बड़े कलाकार के साथ उनका खास रिश्ता रहा है, यही वजह है कि आज हर कलाकार के दिल में कहीं ना कहीं उदासी है।