फार्मास्यूटिकल कंपनी एस्ट्राजेनेका (Astrazeneca Update) के हाल ही में किए गए खुलासे के बाद लोगों में हलचल मचा गई है। एस्ट्राजेनेका के जारी किए गए कानूनी बयान के अनुसार उसकी COVID-19 वैक्सीन, कोविशील्ड के साइट इफेक्ट्स हैं। ये वैक्सीन अत्यधिक विशेष साइड इफेक्ट्स का कारण बना सकती है। इस बयान के बाद सभी के अंदर एक सवाल चल रहा है की भारत में आए दिन हो रहे हार्ट अटैक की वजह कहीं ये वैक्सीन ही तो नहीं ? इसके साथ ही इस वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स मरीजों की संख्या भी बढ़ती जा रही है।
अभिनेता श्रेयस तलपड़े कही साइट इफेक्ट्स की बात
बॉलीवुड एक्टर श्रेयस तलपड़े को वैक्सीन के बाद हार्ट अटैक आया था। उन्होंने एस्ट्राजेनेका की स्वीकृती के बाद ये बयान दिया है की कहीं उनके हार्ट अटैक की वजह भी वैक्सीन ही तो नहीं। श्रेयस से अनुसार उन्हें किसी तरह की कोई समस्या नहीं है, उन्हें वैक्सीन के लगवाने के बाद से ही थकावट की समस्या हुई। फिर एक दिन अचानक हार्ट अटैक आ गया। क्या इस अचानक से आए हार्ट अटैक की वजह थ्रॉम्बोसिस विथ थ्रॉम्बोसाइटोपीनिया सिंड्रोम तो नहीं? जिसका जिक्र एस्ट्राजेनेका (Astrazeneca Update) ने हाल ही में किया है?
एस्ट्राजेनेका का बताया गया थ्रोम्बोसिस और थ्रोम्बोसायटोपीनिया क्या है?
खून की नलियों में जब खून जम जाता है यानी ब्लट क्लॉटिंग होती है, तो उसे थ्रोम्बोसिस (Thrombosis) कहते हैं। वहीं थ्रोम्बोसायटोपीनिया (Thrombocytopenia) एक ऐसी कंडीशन है, जिसमें ब्लड में प्लेटलेट्स की संख्या बहुत कम हो जाती है। इस तरह TTS वो स्थिति है, जब ब्लड क्लॉटिंग और लो प्लेटलेट काउंट दोनों साथ हों। ये एक रेयर यानी दुर्लभ, लेकिन गंभीर कंडीशन है।
कैसे पहचाने इसके साइइ इफेक्ट को
वैसे तो आम तौर पर वैक्सीन के 3 से 30 दिन के अंदर इसके लक्षणों को पहचाना जा सकता है। पर अब जब वैक्सीन लग चुके है उस स्थिती में हमें चक्कर आना, सांस लेने में कठिनाई, ज्यादा थकान और सिर दर्द या सूजन की समस्याओं को पहचानना है। ध्यान रखें की ये लक्षण यदि आपको बार-बार दिखाई दे रहे हो तो तुरंत TTS की जांच करवाएं।
कंपनी पर केस करने की तैयारी कर रहा भारत का एक परिवार
भारत के एक परिवार ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) पर मुकदमा करने का फैसला किया है। वेणुगोपाल गोविंदन का कहना है कि उनकी बेटी करुण्या की जुलाई 2021 में कोवीशील्ड वैक्सीन लेने के महीने भर बाद मौत हो गई थी। करुण्या की मौत मामले में परिवार की शिकायत पर सरकार ने राष्ट्रीय समिति का गठन किया था। बाद में समिति ने निष्कर्ष निकाला था कि करुण्या की मौत का कारण वैक्सीन है पर इसके पर्याप्त सबूत नहीं मिले थे। अब जब एस्ट्राजेनेका ने साइड इफेक्ट की बात स्वीकार ली है तो पिता वेणुगोपाल, बेटी को न्याय दिलाना चाह रहे हैं।
साइड इफेक्ट्स के केस धीरे-धीरे सामने आने लगे हैं। एक बात तो साफ दिखाई दे रही है, की बीते कुछ समय से हार्ट अटैक से भारत में कई मौतें हुई हैं। ज्यादातर केसों में हार्ट अटैक अचानक आने की बात एक जैसी रही। सवाल तो है? क्या उन सभी हार्ट अटैक की वजह ये वैक्सीन है? और है तो अब आगे क्या होगा?