अयोध्या राम मंदिर (Ram Mandir Trust) प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में अब कुछ समय ही शेष रहा है। भक्त मंदिर में जल्द से जल्द अपने भगवान के दर्शन करना चाह रहे हैं। फिलहाल तो मंदिर में दर्शन के लिए इंतजार करना होगा पर जो मूर्ति राम मंदिर गर्भ गृह में स्थापित की जाएगी उसके दर्शन आप कर सकते हैं। जिसकी तस्वीर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी (Pralhad Joshi) ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट X पर शेयर की है।
भक्तों में बढ़ी उत्सुकता
केंद्रीय मंत्री प्रह्ललाद जोशी के संदेश के साथ भक्तों की उत्सुकता और बढ़ गई है। अपने संदेश में उन्होंने बताया की राम मंदिर (Ram Mandir Trust) के लिए मूर्ति का चयन हो चुका है। जिस मूर्ति का चयन हुआ है उसे मूर्तिकार योगीराज अरुण ने तैयार किया है। अरुण देश के प्रसिद्ध मूर्तिकार हैं। इनका परिवार कई सालों से मूर्ति का काम कर रहा है।
प्रसिद्ध मूर्तिकार (Ram Mandir Trust) परिवार की मूर्ति हुई चयनित
37 वर्षीय अरुण योगीराज एक जाने-माने मूर्तिकार हैं। वे प्रसिद्ध मूर्तिकार योगीराज शिल्पी के बेटे हैं। अरुण मैसूरु महल के शिल्पकारों के परिवार से हैं। उनके पिता गायत्री और भुवनेश्वरी मंदिर के लिए भी कार्य कर चुके हैं। अरुण, योगीराज परिवार की पांचवी पीढ़ी के मूर्तिकार हैं। उन्होंने मैसूर विश्वविद्यालय से एमबीए की पढ़ाई की है। अपने शुरुआती करियर में वे एक बड़ी प्राइवेट कंपनी में काम भी कर चुके हैं। पर उनका झुकाव हमेशा मूर्ति बनाने में ही रहा। तो 2008 में उन्होंने नौकरी छोड़कर मूर्तिकार में अपना करियर चुना। उनके काम की तारीफ पीएम नरेंद्र मोदी भी कर चुके हैं। राम मंदिर (Ram Mandir) के लिए उनकी मूर्ति के चयन होने से उनका परिवार बेहद खुश है।
अक्षत वितरण अभियान हुआ शुरु
22 जनवरी को दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर अयोध्या में रामलला विराजमान (Ram Mandir Trust) होंगे। पीएम मोदी ने पहले ही देशभर के लोगों से इस अवसर को उत्सव के रुप में मानने का अनुरोध किया है। राम लला के दर्शन के लिए आमंत्रित करने के लिए पूजित (अक्षत) का वितरण सोमवार से शुरु हो चुका। 1 जनवरी से 15 जनवरी तक चलने वाले इस अभियान में देश के पांच लाख गांवों के 11 करोड़ परिवारों को आमंत्रित करने का लक्ष्य रखा गया है।