मेट्रो से महिला की मौत का मामला, DMRC बच्चों को देगी 15 लाख की मदद और शिक्षा

दिल्ली मेट्रो (Delhi Metro) से हादसे का शिकार हुई महिला की मौत के बाद लोगों में खौफ है। मेट्रो के सफर को सबसे सुरक्षित माना जाता। ऐसे में किसी महिला का इससे हादसे का शिकार होकर मृत्यु होना बड़ी घटना है। इस घटना के बाद से देश के सभी मेट्रो स्टेशन पर यात्री सावधानी बरत रहे हैं। दिल्ली के लोगों में महिला की मौत पर आक्रोश भी देखने को मिला।

साड़ी फंसने से मेट्रो के साथ खिंचती गई 

ये घटना 14 दिसंबर की है, जब महिला अपने 10 साल के बच्चे के साथ मेट्रो (Delhi Metro) में सवार हो रही थी। महिला दिल्ली के इंद्रलोक स्टेशन से जा रही थी। तभी अचानक उसकी साड़ी मेट्रो के दरवाजे में फंस गई। साड़ी फंस जाने से महिला चलती मेट्रो के साथ खिंचती गई और प्लेटफॉर्म खत्म होने पर नीचे गिर गई। गिरने के कुछ देर बाद उसे सफदरजंग अस्पताल में भर्ती किया गया। जहां पता चला की महिला के सिर में गंभीर चोट लगने से वह कोमा में चली गई। दो दिनों के ईलाज के बाद महिला ने आखिर दम तोड़ दिया।

पीछे रहे गए दो रोते बच्चें 

महिला के दो बच्चें हैं एक 13 साल की बेटी और 10 साल का बेटा। पति की साल 2014 में गंभीर बीमारी से मौत हो चुकी है। अब दोनों बच्चें रोते हुए यही बोलते हैं की पापा पहले ही चले गए अब मम्मी भी नहीं रही तो हमारा क्या होगा ? पिता के जाने के बाद मां बच्चों का अच्छे से ध्यान रख रही थी। मृतक महिला दिन में लोगों के घर काम करती थी और शाम को सब्जी का ठेला चलाती थी। महिला की मौत के बाद लोगों ने दिल्ली मेट्रो (Delhi Metro) के खिलाफ विरोध भी किया।

हंगामे के बाद दिल्ली मेट्रो ने किया मुआवजे का ऐलान 

कड़े विरोध और धरने के बाद आज दिल्‍ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (Delhi Metro) ने मुआवजे का ऐलान किया है। डीएमआरसी की तरफ से महिला के परिवार को 15 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। अभी तक डीएमआरसी मेट्रो ट्रेन हादसे में मौत पर 5 लाख रुपये मुआवजा देती थी लेकिन इस घटना के बाद राशि को 10 लाख रुपये और बढ़ाया गया है। यह अतिरिक्‍त मदद महिला की मौत से पी‍ड़‍ित उसके दोनों छोटे बच्‍चों के लिए दी जाएगी। चूंकि बच्‍चे अभी नाबालिग हैं, ऐसे में यह राशि किसे दी जाएगी, इसके लिए कानूनी उत्‍तराधिकारी की तलाश की जा रही है।

शिक्षा का जिम्मा भी उठाएगी डीएमआरसी 

डीएमआरसी (Delhi Metro) मृतक महिला के दोनों बच्‍चों की पढ़ाई का खर्चा भी उठाएंगी। जिसके लिए अधिकारियों की एक टीम बनाई गई है। डीएमआरसी ने मृतक महिला के दोनों बच्‍चों की पढ़ाई का जिम्‍मा उठाने का भी फैसला किया है। इसके लिए अधिकारियों की एक टीम बनाई गई है। साथ ही हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स मिनिस्‍टर हरदीप सिं‍ह पुरी के निर्देशानुसार दिल्‍ली मेट्रो मैनेजमेंट बच्‍चों की पढ़ाई का खर्च उठाएगा। इस घटना के बाद से अब लोगों के मन में सवाल उठ रहा है की क्या मेट्रो का सफर सुरक्षित है? और इस प्रकार की घटना फिर से ना हो इसके लिए मेट्रो विभाग के पास क्या तैयारी है !