101 क्विंटल अनाज से तैयार की गई सीता स्वयंवर की कलाकृति

आज विवाह पंचमी (Vivah Panchami)  पर देशभर में भगवान राम और माता सीता की पूजा की जा रही है। विवाह पंचमी मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनायी जाती है। हिन्दू मान्यताओं के अनुसार इस दिन माता सीता का विवाह भगवान राम के साथ हुआ था। आज के दिन माता सीता के मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना की जाती है। इस शुभ अवसर पर नेपाल के जनकपुर धाम सीता मंदिर में विशेष कलाकृति तैयार की गई है।

अनाज से बनाई गई सुंदर कलाकृति 

Vivah Panchami

विवाह पंचमी (Vivah Panchami) के दिन नेपाल के जनकपुरधाम में गेहूं, चना, उड़द, मक्का व मूंग सहित 11 तरह के 101 क्विंटल अनाज से सीता-राम की 121 फीट लंबी और 91 फीट चौड़ी कलाकृति का निर्माण किया गया है। इस सुंदर कलाकृति को बनाया है मध्यप्रदेश के हरदा के रहने वाले कलाकार और उनकी टीम ने। इस कलाकार का नाम है सतीश गुर्जर।

मध्यप्रदेश के आर्टिस्ट की शानदार सोच 

सीतश गुर्जर इस तरह की अब तक 16 कलाकृतियां बना चुके हैं। आज विवाह पंचमी पर जनकपुरधाम में बनाई गई ये उनकी 17वीं कलाकृति है। आज बनाएं आर्ट में आर्टिस्ट ने गेहूं चना उड़द, मक्का व मूंग सहित 11 तरह के 101 क्विंटल अनाज का प्रयोग किया है। सभी अनाजों से आज के शुभ दिन (Vivah Panchami) पर सीता-राम की 121 फीट लंबी और 91 फीट चौड़ी कलाकृति बनाई गई है।

11 हजार स्क्वॉयर फीट में बनी स्वंयवर की आकृति 

जनकपुरधाम के ऊपर उड़ान भरने वाले यात्रियों को विमान से आज ये सुंदर आकृति नज़र आ रही है। धाम में विवाहत्सोव शुरु हो चुका है। उद्योग वाणिज्य संघ की ओर से रंगभूमि मैदान में भगवान राम और माता सीता एक दूसरे को माला पहनाते नज़र आ रहे हैं।  11 हजार 11 स्क्वॉयर फीट की जमीन पर ये कलाकृति का निर्माण किया गया है।

विवाहोत्सव के बाद अनाज का होगा प्रयोग 

इस कलाकृति में इस्तेमाल किया जा रहा अनाज विवाहत्सोव के बाद दो हिस्सों में अलग-अलग किया जाएगा। साफ-सुथरा अनाज आश्रमों में बांटा जाएगा और जो थोड़ा पुराना हुआ अनाज गौशाला में गायों के लिए पहुंचा दिया जाएगा।