नींद के पैटर्न को समझकर लड़ा जा सकता है “अनिद्रा” से

रात में नींद ना आने की समस्या से कई लोग परेशान रहते हैं। इस समस्या से युवा, कामकाजी महिला, गृहणी, पुरुष और बुजुर्ग सभी वर्ग के लोग परेशान है। लंबे समय तक यदि नींद ना आए तो उस व्यक्ति को अनिद्रा (Insomnia) की शिकायत हो सकती है। ऐसे में समस्या क्यों और किन वजह से हो रही है उनकी जानकारी होना जरुरी है। नींद ना आने (Sleeplessness) के कई कारण होते है। अगर आपको लंबे समय से नींद ना आने या कहें अनिद्रा की बीमारी हो गई है तो आपकी समस्या का इलाज विशेषज्ञ या डॉक्टर के पास है। पर यदि आप कुछ समय से नींद (Sleep) ना आने की दिक्कत से गुजर रहे हैं, तो इसके कई कारण हो सकते हैं-

नींद के पैटर्न को समझना जरुरी 

Insomnia

हमारे शरीर को हर चीज की आदात होती है। जैसे हमारा खान-पान और रहन-सहन होता है। वैसे ही नींद का एक पैटर्न होता है। रोजाना जिस समय सोने के लिए बिस्तर पर जाते हैं नींद भी उसी समय लगने लगती है। वहीं यदि किसी वजह से ये रुटीन टूट जाता है तो फिर नींद ना आने की समस्या (Insomnia) शुरु हो जाती है। ऐसे में स्लीप पैटर्न का ध्यान रखना बहुत जरुरी है।

ये भी हैं नींद ना आने की वजह

यदि बीमारी या तनाव की वजह से लंबे समय तक व्यक्ति रात में सो नहीं पाया है, तो उसकी नींद प्रभावित होगी ही। ऐसे में जरुरी है की सेहत में सुधार लाने के साथ नींद का भी ख्याल रखा जाएं। छोटी-छोटी चीजों में बदलाव कर अनिद्रा (Insomnia) से लड़ा जा सकता है। जिस प्रकार शरीर के लिए खाना जरुरी होता है। उसी प्रकार आराम और नींद भी बहुत जरुरी होती है। लंबे समय तक नींद ना आने से व्यक्ति में चिड़चिड़ाहट भी आने लगती है और सेहत में गिरावट आने लगती है।

इन जरुरी बातों का विशेषरुप से रखें ख्याल

Insomnia

  1. सोने और जागने का समय निर्धारित करें।
  2. माहौल ऐसा बनाएं जिसमे आपको आसानी से नींद आ जाएं। लाइट बंद करें और शोर से बचें।
  3. आरामदायक बिस्तर पर सोएं। बिस्तर में कुछ भी चभने वाली चीजें ना हो, ना ही बिस्तर उबड़-खाबड़ हो।
  4. नियमित व्यायाम करें, इससे शरीर में गर्मी बनी रहती है और थकावट की वजह से नींद आती है।
  5. कैफीन वाली चीजों को कम लें क्योंकि ये नींद को भगाने का काम करता है।
  6. धुम्रपान ना करें, ये नींद ना आने की एक बड़ी वजह है।
  7. जरूरत से ज्यादा खाना न खाएं क्योंकि पेट अधिक भरा रहेगा तो खाना पचाने वाले अंगों को अधिक मेहनत करना पड़ेगी और नींद के समय बॉडी रिलेक्स नहीं हो पाएंगी। जिससे नींद ना आने की समस्या (Insomnia) होगी।
  8. बेड सोने के लिए बना है इस बात को समझें। कभी भी बेड पर ही पढ़ाई, मोबाइल, लैपटॉप ना चलाएं। किताबों को बेड पर लेकर बैठे रहना आपकी नींद के घंटे कम करने वाला साबित हो सकता है। इन सभी के लिए स्टडी टेबल का इस्तेमाल करें। इससे जब हम दिन भर में एक बार बिस्तर पर जाएगें तो खुद-ब-खुद नींद आएंगी
  9. सोने की जगह को बनाएं कम्फर्टेबल। कमरे का तापमान ठंडा रखें, खिड़कियों के पर्दे बंद रखें जिससे बाहर की रोशनी और आवाजें कम से कम आपके कमरे में आएं। बिस्तर को साफ रखें, बेड पर खाना ना खाएं वरना खाने के टुकड़े भी असहजता का कारण बनते हैं।
  10. इसके साथ ही कमरें में कोई शांत म्यूजिक लगाएं जो आपके मन को शांत करने में सहायता करें।

इसके साथ ही कुछ खास तरह के मंत्र भी होते हैं जो नींद लाने में सहायक होत हैं

  1. पहला मंत्र – गायत्री मंत्र, ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्।
  2. दूसरा मंत्र – हर हर मुकुन्दे।
  3. तीसरा मंत्र-  ऊं सा ता ना मा।
  4. चौथा मंत्र-  अच्युतं केशवं विष्णुं हरिं सोमं जनार्दनम्। हसं नारायणं कृष्णं जपते दु:स्वप्रशान्तये।
  5. पांचवा मंत्र-  अच्युतानन्त गोविन्द नामोच्चारणभेषजात्। नश्यन्ति सकला: रोगा: सत्यं सत्यं वदाम्यहम्।
  6. छटा मंत्र – हनुमान जी का शाबर मंत्र।
  7. सातवां मंत्र – अंग संग वाहेगुरु – रात में सोने से पहले इस मंत्र को बोलने से डर खत्म होता है और मन शांत.