वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2023 के फाइनल राउंट में नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने गोल्ड अपने नाम कर लिया है। उन्होंने जैवलिन थ्रो 88.17 मीटर दूर भाला फेंककर इतिहास रच दिया है। इस जीत का देशवासियों को ब्रेसबी से इंतजार था। फैंस को अपने चैंपिययन की काबिलियत पर पूरा यकीन भी था, जिसे उन्होंने पूरा कर दिखाया है।
सीधे गोल्ड पर लगाया निशाना
वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के फाइनल मुकाबलें में नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने गोल्ड जीत कर इतिहास रच दिया है। फैन्स को अपने स्टार चैम्पियनशिप की जीत का बहुत लंबे समय से इंतजार था। जो अब खत्म हो चुका है। नीरज चोपड़ा ने मेन्स जैवलिन थ्रो इवेंट के फाइनल मुकाबले में ये गोल्ड हासिल कर लिया है। इस इवेंट में पाकिस्तान के अरशद नदीम भी भाग लिया।
88.17 मीटर दूर फेंका भाला
नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने ये जीत फाइनल में 88.17 मीटर दूर भाला फेंककर दर्ज की है। इस लंबी दूरी को पूरी करने के पीछे उनकी कड़ी मेहनत रही है। वर्ल्ड चैंपियनशिप में नीरज चोपड़ा ने पहली बार गोल्ड मेडल हासिल किया है। वहीं पाकिस्तान के जैवलिन थ्रोअर अरसद नदीम ने भी दमदार खेल का प्रदर्शन करते हुए 87.82 मीटर दूर भाला फेंकने में कामयाब रहे और सिल्वर मेडल उनके नाम रहा। इसके अलावा चेक रिपब्लिक के याकुव वाडवेज्च 86.67 मीटर के साथ ब्रॉन्ज मेडल जीता।
बेहतरीन वापसी
फाइनल में राउंड में नीरज (Neeraj Chopra) का पहला प्रयास ही फाउल रहा। पर उन्होंने दूसरे ही प्रयास में दमदार वापसी की और 88.17 मीटर की दूरी हासिल की जिसे अंत तक कोई भी खिलाड़ी भेद नहीं पाया। तीसरे प्रयास में नीरज ने 86.32, चौथे प्रयास में 84.64, पांचवें प्रयास में 87.73 और छठे प्रयास में 83.98 मीटर का उनका स्कोर रहा।
अब देश करेगा बेहतरीन स्वागत
वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2023 प्रतियोगिता हंगरी के बुटापेस्ट में आयोजित हुई। जिस जैवलिन थ्रो में नीरज चोपड़ा ने गोल्ड जीता वो 27 अगस्त को आयोजित हुई। देश में नीरज चोपड़ा की खबर आते ही खुशी का माहौल बन गया।देशवासियों को अपने चैंपियन का इंतजार है। जल्द ही नीरज (Neeraj Chopra) भारत लौटेंगे जहां उनका हर कोई भव्य स्वागत करेगा। नीरज चोपड़ा ने इस जीत के साथ ही पेरिस में आयोजित होने वाली ओलंपिक में अपनी मौजूदगी पक्की कर ली है। इस युवा एथलिट के कदम सफलता की राह पर बढ़ते जा रहे हैं। जहां उन्होंने हर मुश्किल चैलेंज को पार किया है। वे देश की एक पहचान बन चुके हैं।