डर, फोबिया जैसे शब्द सुनने में छोटे लगते हैं, पर जो व्यक्ति इन सब से गुजर रहा हो उसके लिए ये बहुत खतरनाक होते हैं। ऐसा ही एक फोबिया है एनाफिलेकि्टक शॉक (Anaphylactic Shock)। जो एक एलर्जिक बीमारी (Anaphylactic Shock) है। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति जब किसी विशेष चीज के संपर्क में आता है तो ये उसके लिए बेहद ही डेंजर स्थिती पैदा कर देता है। हाल ही में जर्मनी में एक महिला ने अपने इस डर (Anaphylactic Shock)से बचने के लिए 15000 रुपए मूंगफली पर खर्च दिए।
फ्लाइट में 15000 रुपए खर्च किए मूंगफली पर
ये मामला जर्मनी में फ्लाइट के अंदर का है। दरअसरल जर्मनी से लंदन की फ्लाइट में जा रही 27 साल की लेह बिलियम्स को एनाफिलेकि्टक शॉक(Anaphylactic Shock) बीमारी है। वो इस फोबिया से इस कद्र परेशान हैं की उन्हें एलर्जी वाली चीजों की खुशबू से ही चक्कर आने लगते हैं। उनके शरीर पर दाने और लाल चकत्ते पड़ने लगते हैं। ऐसे में जब भी वे किसी हवाई यात्रा पर जाती है। तो वे पहले ही फ्लाइट क्रू मेंबर्स से रिक्वेस्ट करती हैं,की मूंगफली खाने की चीजों में सर्व ना करें। पर इस बार फ्लाइट क्रू ने ऐसा करने से मना कर दिया।
सेहत के चलते उठाया ऐसा कदम
लेह बिलियम्स के पास कोई रास्ता नहीं बचा तो उन्होंने सारे मूंगफली के 48 पैकेट खरीद लिए, ताकि कोई और उसे फ्लाइट में ना खरीद पाएं। मूंगफली के पैकेट खुलते ही लेह को चक्कर आने लगते और ऐसे में हालत बेहद खराब हो जाते। लेह का ये आइडिया कई लोगों को बेवकूफी लगी। 15 हज़ार रुपए मूंगफली पर खर्च करना अमीरों की निशानी लगी। पर लेह के लिए ये निर्णय उनकी हेल्थ के लिए बहुत जरुरी था।
क्या है एनाफिलेकि्टक शॉक बीमारी
एनाफिलेकि्टक शॉक एक एलर्जिक प्रतिक्रिया है जो शरीर में कुछ कारणों से उत्पन्न होती है। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति जब किसी विशेष चीज के संपर्क में आते हैं अथवा किसी माध्यम से वह उससे शरीर में प्रवेश करती है। तो उसका शरीर अपनी रक्षा के लिए इम्यून तंत्र एंटीबॉडीज उत्पन्न करता है। ये एंटीबॉडीज शरीर के एलर्जी सेल्स पर वार करती हैं। जिससे हिस्टामिन रसायन उत्पन्न करता हैं जो एलर्जिक लक्षण बनते हैं। इसी का नाम है, एनाफिलेकि्टक शॉक जिसमें पीड़ित को सांस लेने के तकलीफ भी होने लगती है।