16 जून तक अलर्ट जारी: जानिए चक्रवाती तूफान की स्थिती में क्या करें

चक्रवाती बिपरजॉय तूफान आने वाले कुछ दिनों में गंभीर रुप ले सकता है। जिसे लेकर मौसम विभाग ने करीब 6 राज्यों में अलर्ट जारी कर दिया है। इसके साथ ही National Disaster Management Authority ने सभी तटीय क्षेत्रों के रहवासियों को मैसेज करके ये सूचना दी है की वे 13 जून को समुद्री इलाके से दूर रहे। अरब सागर से चला आ रहा ये तूफान 15 जून की दोपहर तक पाकिस्तान के आसपास और सौराष्ट्र के साथ कच्छ तट के पास पहुंचने का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग ने अपनी तरफ से सभी संभावित राज्यों में अलर्ट जारी कर दिया है। फिलहाल की जानकारी के अनुसार इस तूफान का असर 16 जून तक रहने वाला है, जिसमें 15 और 16 जून को ये चक्रवाती तूफान विकराल रुप ले सकता है।

इन राज्यों में अलर्ट जारी 

मौसम विभाग ने इस चक्रवात के अत्यधिक गंभीर होने की चेतावनी दी है।  गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा और केरल, कर्नाटक और राजस्थान में इसे लेकर अलर्ट जारी किया है। राजस्थान में इस चक्रवात का असर अधिक हो सकता है। इसके साथ  महाराष्ट्र में रविवार रात से तेज हवा के साथ जोरदार बारिश भी हुई है। मौसम विभाग के अनुसार केरल और तटीय कर्नाटक के आसपास के स्थानों पर भारी वर्षा की चेतावनी पहले ही जारी कर दी थी।

क्या होता है चक्रवाती तूफान

किसी भी तूफान को चक्रवाती तूफान तभी कहा जाता है, जब उसकी हवा की चलने की तीव्रता अधिक हो। इस तूफान में भी एक सीमित गति से अधिक तेज हवा चलती नापी गई है। जिस वजह से इसे चक्रवाती तूफान घोषित किया गया है।तूफान को समझने के लिए जब हवा लगभग 63 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से गोल-गोल चक्कर काटती है, तो ऐसे तूफानों को ट्रॉपिकल तूफान नाम दिया जाता है। इसके अलावा वहीं जब हवा की स्पीड 119 किलोमीटर प्रति घंटे को पा कर जाती है, तो उसे ट्रॉपिकल हरिकेन कहते हैं। जैसे-जैसे हवा की स्पीड बढ़ती है हरिकेन की कैटेगरी भी 1-5 के स्केल पर बढ़ती जाती है।

चक्रवात की स्थिति में क्या करें

इस तरह के तूफान से बचने के लिए सबसे जरुरी है की घर के अंदर और सुरक्षित स्थान पर रहें। चक्रवात के आने से पेड़, बिजली के खंबे, सेलफोन टॉवर गिर सकते हैं। ऐसे में सुरक्षित स्थान पर रहने से आपदा से बचा जा सकता है। इसके साथ ही सबसे जरुरी है, इन दिनों समुद्री क्षेत्रों में भम्रण करने ना निकलें। गर्मी का मौसम होने से अधिकांश लोग शाम के वक्त समुद्र किनारे अपने परिवार के साथ घूमने निकलते हैं पर फिलहाल 1 हफ्ता घर पर ही रहना उचित है।

बिपरजॉय नाम क्यों रखा गया

जब भी कोई तूफान या सुनामी जैसी आपदा आती है, उसे एक नाम दिया जाता है। जिसके पीछे कोई खास वजह होती है। इस चक्रवात तूफान को लेकर भी सभी के मन में ये सवाल उठता है की आखिर क्यों इसका नाम बिपरजॉय क्यों रखा गया। ये बिपरजॉय नाम बांग्लादेश ने इस तूफान को दिया है। जिसका अर्थ है “आपदा” है। बांग्लादेश ने इस चक्रवात का नाम इसलिए रखा है क्योंकि अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में जो भी चक्रवात आते हैं, उनके नाम इस इलाके के देश ही रखते हैं।