क्रिकेट के साथ सचिन तेंदुलकर का नाम इस तरह जुड़ा हुआ है की उनके वगैर क्रिकेट असंभव ही लगता है। प्रेरणा से भरा एक जीवन जिसमें कई संघर्ष और उतार चढ़ाव रहे, पर लक्ष्य तय था। क्रिक्रेट के लिए उन्होंने खुद को इतना कड़ा और अनुशासित बना रखा की वे आज “क्रिकेट के भगवान” माने जाते हैं। सचिन दुनिया के एकमात्र क्रिकेटर हैं जिन्होंने 20 साल की उम्र से पहले टेस्ट क्रिकेट में पांच शतक लगाएं। 200 टेस्ट मैच खेलने वाले दुनिया के पहले और एकमात्र खिलाड़ी बने। आज वे अपना 50वां जन्मदिन मना रहे हैं, पर उनकी उपलब्धियों की बात की जाएं तो वह 50 से भी अधिक है। जिनको आंकना मुश्किल ही नहीं असंभव हैं..
ब्राम्हण परिवार में जन्में सचिन तेंदुलकर के पिता रमेश तेंदुलकर एक मराठी उपन्यासकार थे और माता रजनी तेंदुलकर बीमा उद्योग में काम करती थीं। 4 भाई बहनों में सचिन सबसे छोटे है। उनके पिता ने अपने फेवरेट संगीतकार सचिन देव बर्मन के नाम पर उनका नाम सचिन रखा। सचिन को सबसे पहले क्रिकेट खेलने के लिए उनके बड़े भाई ने प्रोत्साहित किया था, उन्हें प्रतिष्ठित क्रिकेट कोच रमाकांत आचरेकर से मिलवाया गया। यहीं से शुरु हुई सचिन तेंदुलकर की खेल ट्रेनिंग। सचिन तेंदुलकर ने 24 मई 1995 को अंजिल मेहता से शादी की। दोनों के दो बच्चें हैं सारा और अर्जुन।
भारत रत्न सचिन तेंदुलकर को मिले सम्मान
साल 1994 में खेलों में उत्कष्ट उपलब्धियों के लिए भारत सरकार की ओर से उन्हें अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। खेल में उपलब्धि के लिए भारत का सर्वोच्च सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार मिला। 1999 में भारत का चौथा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री दिया गया। 2001 में महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार से सम्मानित हुए। 2008 में भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित हुए। साल 2014 में भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित हुए।
कुछ खास उपलब्धियां
सचिन तेंदुलकर इंटरनेशनल क्रिकेट में 100 शतक लगाने वाले दुनिया के इकलौते क्रिकेटर हैं। सचिन और गांगुली की जोड़ी के नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड है। दोनों ने मिलकर 247 इनिंग्स में 12400 रन बनाए थे। सबसे ज्यादा प्लेयर ऑफ द सीरीज अवॉर्ड पाने का रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम दर्ज है, उनके बाद विराट कोहली ने भी ये रिकॉर्ड बनाया। सचिन और विराट दोनों कुल 20-20 बार प्लेयर ऑफ द सीरीज का खिताब अपने नाम कर चुके हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट में 76 बार प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड अपने नाम करने वाले खिलाड़ी सचिन। इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा 4076 चौके लगाने का रिकॉर्ड सचिन के नाम। ओडीआई वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड सचिन के नाम। रणजी ट्रॉफी, दिलीप ट्रॉफी और ईरानी ट्रॉफी में डेब्यू पर शतक लगाने वाले एकमात्र खिलाड़ी। इंटरनेशनल क्रिकेट में 30 हजार रनों का आंकड़ा बनाने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी, सचिन ने 664 मैचों में 34357 रन बनाए।
2 अप्रैल 2011 को वर्ल्ड कप जीतने के बाद टीम के सभी खिलाड़ियों ने उन्हें कंधे पर उठाकर स्टेडियम के चक्कर लगाएं। इससे हर खिलाड़ी का यह मतलब था की सचिन तेंदुलकर ने अपना पूरा जीवन खेल को समर्पित किया है इसलिए ये उनके लिए है। वे इसके सच्चे हकदार है। उनके फैंस आज भी उनके लिए उतने ही दीवाने हैं, जितने पहले थे। आज वे मैच तो नहीं खेलते पर उनने चाहने वाले आज भी उन्हें देखकर बस यही कहते हैं,,,, सचिन, सचिन, सचिन।