232 चीनी ऐप्स भारत सरकार ने किए बैन, तंगी से परेशान लोगों से की धोखाधड़ी   

भारत सरकार ने फिर चीनी एप्लिकेशन को लेकर एक बड़ा कदम उठाया है। 4 फरवरी शाम से लोन और बेटिंग वाले 232 चीन के ऐप्लीकेशन को भारत ने बैन कर दिया है। धोखाधड़ी में लिप्त पाए जाने वाले इन एप पर काफी दिनों से सरकार की नजर थी। जिन पर अब जाकर कदम उठाया गया है।

इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने चीन से जुड़े ऐप्स पर कार्रवाई की है। भारत की सुरक्षा और अखंडता के लिए इन ऐप्लीकेशन को खतरा बताया गया है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 138 बेटिंग ऐप्स और 94 लोन देने वाले ऐप्स को भारत सरकार ने निरस्त कर दिया है, जो भारत में बैन रहेंगे।

तंगी से परेशान लोगों को देते है लालच

ये सारे ऐप्लीकेशन पहले पैसों की कमी से जूझ रहे लोगों को लोन देने का लालच देते हैं, उसके बाद सालाना ब्याज बढ़ाकर ज्यादा पैसे वसूलते हैं। जब कर्ज लेने वाला व्यक्ति लोन के पैसे चुका देता है और ब्याज नहीं चुका पाता तो ये  ऐप्लिकेशन को चलाने वाले लोग अश्लील मैसेज भेजना शुरु कर देता है। इसके साथ ही लोगों के मोबाइल से छेड़छाड़ करने की चेतावनी भी दी जाती है। पर्सनल तस्वीरें मोबाइल से निकाल कर उन्हें बदला जाता है। ऐसी कई शिकायतें आने के बाद मामला सामने आया, जिसमें तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ की गई है।

आर्थिक तंगी के चलते लोग इन एप्लीकेशन के झांसे में आ रहे हैं। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना राज्य में कुछ लोगों के सुसाइड करने के बाद इस ऐप्लीकेशन के बारे में पता चला। जिन्हें डाउनलोड करने के बाद उनके साथ धोखाधड़ी हुई और मजबूरन उन्होंने आत्महत्या का रास्ता चुना। तेलंगान, ओडिशा और उत्तर प्रदेश में एक जैसे कई केस आए, जिनमें समानता के आधार पर जांच शुरु की गई। केंद्रीय खुफिया एजेंसियों से जानकारी लेने के बाद गृह मंत्रालय ने इस प्रकार के सभी ऐप्लीकेशन को बैन करने का आदेश जारी किया। जांच में पता चला की 94 ऐप्लिकेशन ई स्टोर्स पर लोन सेवा दे रहे हैं, और दूसरे थर्ड पार्टी लिंक के जरिए ये काम करते हैं।

लिंक और वेबसाइट के जरिए किए जा रहे डाउनलोड 

अधिकांश ऐप्लिकेशन हम प्लेसस्टोर या ऐप स्टोर्स से डाउनलोड करने हैं, पर जांच में ये पता चला की बैन किए गए सभी ऐप्लिकेशन प्लेसस्टोर और ऐप स्टोर पर हैं ही नहीं। ये सट्टेबाजी ऐप और गेम ऐप्लिकेशन कुछ लिंक या वेबसाइट के जरिए डाउनलोड किए हो रहे हैं। अभी तो ये ऐप्लिकेशन को बंद हो गए हैं, पर हमें आगे इस प्रकार की धोखाधड़ी से बचने के लिए ये याद रखना चाहिए लालच में आकर इन जैसे ऐप्लिकेशन को डाउनलोड करने से बचें। आपका मोबाइल फोन आज के समय में आपका पर्सनल खाता बन चुका है, जिसमें पूरा डाटा होता है। संभव हो तो हर छोटी चीज और जानकारी के लिए इंटरनेट का प्रयोग ना कर संबंधित दफ्तर में संपर्क करें।