मार्केट में चीजें लेने तो हम सभी जाते हैं, जहां हम सामान लेते हैं और दुकानदार को पैसे देकर आते हैं। पर आपने कभी सोचा है की दुकानदार के बिना दुकान हो सकती है क्या? नहीं ना? पर ऐसा होता आ रहा है, और भी हमारे भारत देश में। जहां से लोग सामान लेते हैं और कोई शॉपकीपर नहीं होता, लोग सामान की जगह पैसे छोड़कर जाते हैं। इन शॉप का पूरा काम विश्वास की नींव पर टिका हुआ है, तो बताते हैं आपको आखिर कहां ऐसी दुकानें और भारत के किस राज्य में है ऐसे अनोखे लोग जिनका व्यापार पूर्णता यकिन पर टीकी हुआ है..
भरोसे पर चल रही ये दुकानें सब्जियों और फलों की रहती हैं। जहां आपको हर प्रकार की ताजी सब्जियां मिलेगी, मौसम के अनुसार के हर प्रकार के फल मिलेंगे। ये दुकानें इस राज्य में हर कोने पर लगी मिलती हैं, जहां कोई दुकानदार नहीं होता बस एक बांस की टपरी नुमा दुकान बनी रहती हैं, सब्जी और फलों के सामने प्राइज लिखा होता है। आप आइए और सब्जी उठाइएं और जो कीमत लिखी है उतने पैसे टपरी में रखे एक साधारण से डिब्बे में डाल दीजिए। बस हो गई खरीदारी।
हम यहां बात कर रहे हैं मिरोजम राज्य की जहां को लोग सबसे ईमानदार माने जाते हैं। इसकी खास वजह है यहां की सारक्षरता दर सबसे अधिक होना। मिजोरम में साक्षरता का दर भारत में सबसे अधिक 91.3 प्रतिशत है। यहां की राजधानी आईजोल है। यहां को लोग मिजो (लुशाई) के अलावा अंग्रेजी भाषा सबसे ज्यादा बोलते हैं। ये एक भारत का उत्तर पूर्वी राज्य हैं जो अपनी प्रकृति सुंदरता के लिए सबसे ज्यादा जाना जाता है।
मिजोरम की इन सब्जी दुकानों पर किसी प्रकार का कोई सीसीटीवी कैमरा भी नहीं लगा होता है। इसके बावजूद ग्राहक आते हैं और सामान लेते हैं और पूरी ईमानदारी से पैसा रखकर जाते हैं। यदि किसी के पास खुल्ले पैसे नहीं होते तो वे मिनी बॉक्स जिसमें पैसा डालते हैं, उसमें से खुल्ले पैसे निकाल भी लेते हैं।
मिजोरम के लोग इन दुकानों को “नघा लउ दौर” कहते हैं। दुकानदार बताते हैं कि वे कई सालों से ये काम कर रहे हैं। कोई भी उनकी सब्जियां नहीं चुराता है, लोग ईमानदारी से पैसे रखकर जाते हैं। इस प्रकार के व्यापार से दुकानदार का समय भी बचता है और वे अपनी कृषि में और अधिक ध्यान दे पाते हैं।
मिजोरम की आधे से ज्यादा आबादी खेती करती है, यहां परिवार के बच्चें भी अपने बड़ों के साथ खेतों में नजर आते हैं। यहां के फल, सब्जियां, कुछ खास किस्म के मसालें पूरे देश में प्रसिद्ध हैं। इसके साथ मिजोरम के लोगों को पान खाना भी बहुत पसंद है, इसलिए यहां पान की खेती भी सबसे अधिक होती है। इसके साथ यहां का बांस पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हैं, जो तीन प्रकार का होता है। खेती के बाद बांस से वस्तुएं बनाने का व्यापार यहां का दूसरा व्यापार है। तो यदि आप प्रकृति प्रेमी है तो मिजोरम जरुर देंखे एक बार और यहां की इन खास दुकानों पर भी जरुर आएं। इस तरह की सब्जियां खरीदने में अलग सुकून मिलेगा। मिजोरम की इन दुकानों को देखकर यह कहना गलत नहीं होगा की ईमानदारी अभी दुनिया से खत्म नहीं हुई है।